प्रयागराजः जिले में हुए दोहरे हत्याकांड मां बेटी की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसी परिवार की बहू ने प्रेमी के साथ मिलकर की है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए हथियारों के साथ ही घर से गायब किए गए जेवरों को भी बरामद कर लिया है. दोहरे हत्याकांड की घटना को अंजाम देने वाली महिला उसके प्रेमी और लूटे गए जेवर छिपाने वाले एक रिश्तेदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जबकि उसी वारदात में बुरी तरह से जख्मी हुए परिवार का मुखिया बजरंग बहादुर पटेल आज भी अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहा है.
सास और नंद की हत्या के साथ ही ससुर पर जानलेवा हमले के आरोप में पकड़ी गयी महिला ने बताया कि बेटी से न मिलने देने की वजह से उसने सास-ससुर को मौत के घाट उतार दिया है. बेटी से मिलने की चाह में उसने अपने प्रेमी संग मिलकर इस घटना को अंजाम देने की योजना बनायी. मंगलवार की रात वो अपने ससुराल के पीछे खेत में जाकर प्रेमी संग छिप गयी थी. जहां पर उसने आधी रात के वक्त पेड़ के सहारे ससुराल में घुसी और अंदर जाकर सास-ससुर पर ताबड़तोड़ वार किया. जिसके बाद बगल वाले कमरे में जाकर नंद को भी उसी तरह से बेरहमी से मारकर मौत के घाट उतार दिया. इस दौरान सास-ससुर के साथ सो रही सात साल की बच्ची को उन्होंने छुआ भी नहीं था.
बहू ने ही प्रेमी संग मिलकर दिया था दोहरे हत्याकांड को अंजाम यही नहीं शातिर बहू दोहरे हत्याकांड की घटना को लूट के बाद हत्या की वारदात साबित करने के लिए घर में रखे संदूक को तोड़कर उसमें से जेवर निकाल लिए थे. जिससे पुलिस को लगे कि लूट के लिए वारदात को अंजाम दिया गया है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से गायब किये हुए जेवरात भी बरामद कर लिए हैं.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार पुलिस के मुताबिक पकड़ी गई बहू सलोनी के पति ने 5 साल पहले सुसाइड कर लिया था. जिसके बाद दो साल की बच्ची को छोड़कर सलोनी मायके चली गयी थी. जहां पर कुछ दिनों पहले उसने दूसरी शादी भी कर ली थी. लेकिन उसे पहले पति के घर व खेत में कोई हिस्सा नहीं मिला था. इसके साथ ही सास-ससुर बेटी से भी नहीं मिलने देते थे. जिस वजह से उसने सास-ससुर और बिन ब्याही नंद को मारकर संपत्ति पाने की योजना बनायी.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार पुलिस के मुताबिक सलोनी ने प्रेमी शोभनाथ के साथ मिलकर प्लान बनाया. जिसके बाद मंगलवार की रात गांव में पहुँचकर खेत में छिप गयी. गांव में उसी समय देवी जागरण चल रहा था. आधी रात के वक्त खेत में छिपे महिला और उसके प्रेमी ने जीन्स पैंट व शर्ट पहना.देवी जागरण की तेज आवाज के बीच दोनों पेड़ के जरिये चढ़कर घर में दाखिल हुए.जहां पर पहले सास ससुर के कमरे में जाकर उन पर हँसिया से वार करके गर्दन काटा. गला काटने के बाद कपड़ा धुलने वाले लकड़ी के पिटने से दोनों के सिर पर वार किया. इसी तरह से एक एक करके सास-ससुर और नंद को मरणासन्न करने के बाद जेवर लेकर दोनों फरार हो गए थे.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार औद्योगिक थाना क्षेत्र के मियां का पूरा गांव में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना की जांच पड़ताल करने पहुंची पुलिस को पहले ही दिन घटना में किसी अपने के शामिल होने का शक हो गया था. जिसके बाद शुरुआती जांच पड़ताल में पुलिस को यह जानकारी मिली की बहू घर से अलग रहती थी और उसके रिश्ते भी ससुराल वालों से अच्छे नहीं थे. जिसके बाद पुलिस ने इस एंगल से जोड़कर मामले की तफ्तीश शुरू की. पुलिस का शक बहू पर उस वक्त और गहरा गया, जब घर में जहां एक तरफ कमरे में बक्से तोड़कर उसके अंदर से जेवर गायब किए गए थे. वहीं दूसरी तरफ मृतक मां और बेटी के शरीर पर गहने मौजूद थे. इसके साथ ही बहू पर शक गहराने की दूसरी वजह थी उसकी बेटी. जो उसी कमरे में सो रही थी जहां पर बजरंग बहादुर और उसकी पत्नी प्रेमा देवी पर बेरहमी से वार किया गया था. जिसमें प्रेमा देवी की मौके पर ही मौत हो गयी थी. जबकि बजरंग बहादुर को इन कातिलों ने मरा हुआ समझकर छोड़ दिया था. जबकि उसी कमरे में मौजूद सात साल की बच्ची को एक खरोंच तक नहीं आयी थी. इन्ही कारणों से पुलिस ने बहू पर शक के आधार पर शिकंजा कसना शुरू किया. जिसके बाद परत दर परत घटना से पर्दा उठ गया.
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वहीं पुलिस की गिरफ्त में आ चुकी आरोपी महिला ने इस बात को माना कि उसने अपने सास-ससुर और नंद को मौत के घाट उतारा है. लेकिन इसके पीछे उसने वजह यह बताई की सास-ससुर और नंद मिलकर उसकी बेटी से मिलने नहीं देते थे और न ही फोन पर बात करने देते थे. यही वजह है कि बेटी की चाहत के लिए उसने सास-ससुर और नंद को ठिकाने लगाने की योजना बना डाली थी.