प्रयागराज :राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निर्माण खंड के क्षेत्रीय कार्यालय में 2 करोड़ 44 लाख 37 हजार रुपये के गबन का मामला सामने आया है. इस घोटाले में सहायक उप निदेशक प्रशासन कुलभूषण वर्मा ने प्रभारी उप निदेशक निर्माण, दो लेखा अधिकारियों और एक वरिष्ठ सहायक पर धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने मामले में विवेचना शुरू कर दी है. घोटाला सामने आने के बाद अगस्त में एक जांच कमेटी बनाई गई थी. कमेटी की रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई.
टेंडर मद की धनराशि की हेरफेर :मंडी परिषद के सहायक उपनिदेशक प्रशासन कुलभूषण के मुताबिक प्रभारी उपनिदेशक निर्माण रवेंद्र सिंह, लेखा और संपरीक्षा अधिकारी संजीव कुमार गंगवार, मैकू लाल, वरिष्ठ लिपिक मनजीत सिंह ने वित्तीय वर्ष 2021 से 23 के बीच टेंडर मद की धनराशि और अन्य मदों से दो करोड़ 44 लाख 37 हजार 327 रुपये का हेरफेर किया है. जानकारी सामने आने के बाद मंडी परिषद की तरफ से आरोपियों को सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद निदेशक अंजनी कुमार सिंह ने 8 अगस्त को तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन सहायक उपनिदेशक प्रशासन की अध्यक्षता में कर दिया. जांच समिति में वरिष्ठ लेखाधिकारी मुख्यालय सदस्य बीके अग्रवाल और उपनिदेशक मुख्यालय अनुश्रवण पंकज कुमार गुप्ता सदस्य के तौर पर शामिल किए गए. समिति ने अपनी जांच में सभी को घोटाले का दोषी पाया. जांच समिति ने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट बनाकर डायरेक्टर अंजनी कुमार सिंह को सौंप दी. इसमें से मैकू लाल अब सेवानिवृत हो चुके हैं. जबकि मंजीत सिंह प्रयागराज में 12 जुलाई 2022 तक कार्यरत रहे और फिलहाल निर्माण खंड झांसी में तैनात हैं.