कानपुर देहातः जिले में झोपड़ी में आग से झुलसकर मां-बेटी की मौत का मामला अब सियासी रंग ले चुका है. प्रयागराज में इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेसी नेताओं ने सिविल लाइंस में विरोध प्रदर्शन किया. हाथों में बुलडोजर की तस्वीर लेकर विरोध कर रहे कांग्रेसियों ने कहा कि अब गरीबों पर जुल्म कर रहे बुलडोजर को रोका जाएगा. सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सरकार को ब्राह्मण विरोधी बताया है.
कानपुर देहात में बुलडोजर की मौजूदगी में जिस तरह से गरीब मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हुई है. घटना को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश भर के जिला मुख्यालय पर बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में प्रयागराज में धरना स्थल चौकी के बाहर कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घटना के लिए डीएम एसपी को जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ भी कार्यवाई की मांग की है. इसके साथ ही पीड़ितों को पांच करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
हाथों में बुलडोजर की तस्वीर लेकर विरोध करते हुए कांग्रेसियों ने जब बुलडोजर की तस्वीर में आग लगानी शुरू की तो पुलिस वालों ने उन्हें रोका. पुलिस के रोकटोक करते ही कांग्रेसी नेता उग्र हो गए और पुलिस से भिड़ गए. इस दौरान पोस्टर जलाने को लेकर पुलिस और कांग्रेसियों में तीखी झड़प के साथ ही नोकझोंक हुई. प्रदर्शनकारी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का कहना है कि यूपी सरकार बुलडोजर के जरिए लोगों पर अत्याचार कर रही है और यही बुलडोजर अब सरकार को सत्ता से दूर करने का कारण बनेगा.
उन कर्मियों व अफसरों के घरों पर दौड़ाएं बुलडोजर जिनकी लापरवाही से गयी मां-बेटी की जान
कानपुर में भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा है कि उन कर्मियों व अफसरों के घरों पर पहले बुलडोजर चलाना चाहिए, जिनकी लापरवाही के चलते मां-बेटी जलकर मर गईं. विधायक ने पूरे मामले पर डीएम कानपुर देहात को लेकर भी ये कहा है कि अफसर चाहे जितना ऊंचे ओहदे वाला हो, कार्रवाई सभी पर होगी. खुद सीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठित कर दी है. वहीं, मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश भी हो गए हैं.