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पीएम मोदी के जन्मदिन पर प्रमोद तिवारी का तंज, गरजने से म्याऊं तक आ गए - प्रयागराज में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई दी. साथ ही उन्होंने पीएम मोदी और भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा.

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी

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Published : Sep 17, 2022, 4:52 PM IST

Updated : Sep 17, 2022, 5:28 PM IST

प्रयागराजः कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 72 वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा है कि हमारे नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुबह ही पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई दे दी है. कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी की लंबी आयु और स्वस्थ जीवन की कामना की है.

वहीं, उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि पीएम मोदी ने जब पहले जन्मदिन मनाया था, तब उन्होंने मेक इन इंडिया को याद कर कहा था कि शेर गरज रहा है, लेकिन आज पीएम मोदी जब अपना जन्मदिन मना रहे हैं तो चीते के साथ मना रहे हैं. चीता म्याऊं म्याऊं करता है. उन्होंने कहा है कि यह साफ हो चला है पीएम मोदी गरजने से लेकर अब म्याऊं तक पर आ गए हैं.

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी पुराने राजा महाराजाओं की तरह अपने जन्मदिन पर जंगल चले गए हैं, जिस तरह से राजा महाराजा जानवरों के साथ खेलते थे उनका शिकार करते थे वही काम पीएम मोदी भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि आपसे एक ही आग्रह है कि झोला कहां है आप उसे ढूंढिए. देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है और आप से देश संभल नहीं रहा है. आप स्वस्थ रहें चिरायु हों इसकी तो कामना करता हूं, लेकिन चोला ढूंढ कर पहनिए है और देश को मुक्ति दीजिए.

उन्होंने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट कोलेजियम द्वारा सुप्रीम कोर्ट के वकीलों का नाम जजों की नियुक्ति के लिए सिफारिश किए जाने को लेकर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के न्यायिक कार्य से विरत रहने के फैसले का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि 'मैं भी इलाहाबाद हाईकोर्ट बार का सदस्य हूं और इस परंपरा को जानता हूं. उन्होंने कहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में जज नियुक्त करने की परंपरा यही रही है कि ज्यूडिशियल सर्विस के अधिकारी जज बनते हैं या फिर इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ताओं को जज बनाने के लिए हाईकोर्ट की कोलेजियम नाम की सिफारिश करती है.

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कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया है कि 25 फीसदी न्यायाधीश बाहरी कोर्टों से लिए जा रहे हैं. उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा है कि क्या हाईकोर्ट की कोलेजियम को अपने वकीलों की योग्यता पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा है कि यह परंपराओं से हटकर हो रहा है और ऐसा लगता है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट बार के अधिवक्ताओं पर कोलेजियम को भरोसा नहीं है. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि यह गलत परंपरा है. उन्होंने कहा है कि 'मैं कोलेजियम और महामहिम राष्ट्रपति से आग्रह करूंगा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट बार की गरिमा को देखते हुए में इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति में यहां पर प्रैक्टिस करने वाले वकीलों के नामों की ही सिफारिश की जाए.

उन्होंने कहा कि 'इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों की फीस वृद्धि के खिलाफ चल रहे शांतिपूर्वक आंदोलन को मैं अपना नैतिक, सकिय और हार्दिक समर्थन देता हूं और इस फीस वृद्धि को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का आग्रह केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से करता हूं.

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प्रमोद तिवारी ने कहा कि एक तरफ पूरी दुनिया में शिक्षा का मौलिक अधिकार बनाकर समाज के हर तबके को शिक्षा उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है, जिससे छात्र छात्राओं को अधिक से अधिक शिक्षा मिले सके और इसके लिए धन बाधा न हो या वित्तीय साधन बाधा न हो इसका प्रयास किया जाय. वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कई गुना अनावश्यक फीस वृद्धि बहुत से छात्र-छात्राओं को शिक्षा से वंचित कर देगी, जो गरीब तबके के है या मध्यम वर्ग से आते हैं. यह सरकार की उस घोषणा के खिलाफ है कि छात्र छात्राओं के शिक्षा के लिए उत्साहित किया जाय, बल्कि उनको हतोत्साहित करने वाला कदम है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में 27 करोड़ लोगों को गरीबी के रेखा से ऊपर किया गया था, जबकि मौजूदा भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण 23 करोड़ लोग गरीबी के रेखा के नीचे वापस लौट गये हैं और 84 प्रतिशत से ज्यादा आबादी की आय घट गई है. ऐसे समय यह वृद्धि अविवेक पूर्ण दुर्भाग्यपूर्ण, तथा युवा विरोधी है. आज वही देश सशक्त होगा जहां शिक्षा हो. पहले जिस देश की सेना बड़ी होती थी वह मजबूत होता था शक्तिशाली होता था. आज जिसके पास शिक्षा (टेक्नोलाजी) है वह देश सशक्त एवं समृद्धिशाली होता है.

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Last Updated : Sep 17, 2022, 5:28 PM IST

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