प्रयागराजः जिले के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल (Swarooprani Nehru Hospital) में भर्ती महिला के भाई ने चार डॉक्टरों पर ऑपरेशन थियेटर (Operation Theater) में गैंगरेप करने का आरोप लगाया गया है. जब इस मामले की जानकारी मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (Motilal Nehru Medical College) के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह को मिली तो उन्होंने पीड़िता की मेडिकल जांच कराई, जिसकी रिपोर्ट अभी आई नहीं है. इसके साथ ही प्राचार्य ने पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए पांच सदस्यीय डॉक्टरों की टीम का गठन किया है.
29 मई को महिला हुई थी अस्पताल में भर्ती
बता दें कि मिर्जापुर जिले की रहने वाली एक महिला को 29 मई को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसकी आंत का ऑपरेशन होना था. महिला को खून चढ़ाने के बाद सोमवार रात करीब 11 बजे उसे ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया. जहां लगभग तीन घंटे तक ऑपरेशन चला और फिर उसे बाहर निकाला गया. इसके बाद महिला के भाई ने मंगलवार को पुलिस को जानकारी दी कि उसकी बहन के साथ ऑपरेशन थियेटर में चार डॉक्टरों ने दुष्कर्म किया है. पुलिस की जांच में मामला फर्जी प्रतीत हुआ है.
महिला मरीज का कराया गया मेडिकल
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि मुझे मंगलवार की रात में मामले की जानकारी मिली. उन्होंने कहा कि अस्पताल में महिला के साथ ऐसी घटना निश्चित रूप से बेहद दुखद है. साथ ही यह भी बहुत दुखद है कि बिना किसी जांच के किसी के ऊपर सीधे-सीधे आरोप लगा देना. उन्होंने कहा कि मरीज को अगर कुछ शिकायत थी, उसके परिजन मेरे पास आते तो जांच कराई जाती. फिलहाल इसमें सीएमओ स्तर पर पीड़ित का मेडिकल भी कराया गया है. इस मामले की सत्यता के लिए 5 सदस्य टीम का गठन किया गया है, जिसमें तीन महिला और पुरुष डॉक्टर हैं. डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि टीम पूरे मामले की जांच करेगी. उन्होंने खुद भी वोटिंग सेंटर का निरीक्षण किया है.
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ऑपरेशन टीम में दो महिला डॉक्टर भी शामिल थीं
डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि भर्ती मरीज के ऑपरेशन के लिए जिन डॉक्टरों की टीम बनी थी, उसमें दो पुरुष और 2 महिला डॉक्टर थीं. इसके अलावा एनेस्थेटिक डॉक्टरों की टीम में दो महिला डॉक्टर एक स्टाफ था. उन्होंने बताया कि महिला को 19 ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया है. यहां पर गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इस समय बहुत सारे मरीज ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं. इसके अलावा ऑपरेशन थिएटर पूरी तरह से पारदर्शी है, जो दूर से भी देखा जा सकता है. हालांकि सच्चाई क्या है, यह कमेटी की जांच के बाद ही पता चलेगी. जांच रिपोर्ट के आधार पर यदि कोई दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.