प्रयागराज: कोरोना का प्रकोप ग्रामीण इलाकों में तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में इसकी चेन तोड़ऩे के लिए ग्रामीण क्षेत्र में किए जा रहे काम की मंडलायुक्त संजय गोयल ने हकीकत जाना. शुक्रवार को मंडलायुक्त जिले के रामपुर और सहजीपुर गांव पहुंचे. यहां उन्होंने व्यवस्थाओं में खामी मिलने पर नाराजगी जताई. वहीं, संतोषजनक काम करने वालों की तारीफ भी की.
सवालों में उलझी आशा कार्यकर्ता
दरअसल, ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन सुनिश्चित कराने में निगरानी समितियों को परेशानी हो रही थी, जिसके बाद मंडलायुक्त सबसे पहले कौड़िहार स्थित प्राथमिक विद्यालय, रामपुर पहुंचे. यहां निगरानी समिति के सदस्यों और आशा बहुओं से जानकारी ली. साथ ही मंडलायुक्त ने प्रवासियों और कोरोना संदिग्धों को चिह्नित करने के लिए चलाए जा रहे सर्वेक्षण, थर्मल स्कैनर,कोविड जांच की व्यवस्था और ऑक्सीमीटर और सरकारी रजिस्टरों को अपडेट करने के बारे में भी पूछताछ की, जिसमें आशा कार्यकर्ता उलझ गई और ठीक से जवाब नहीं दे पाई. कमिश्नर ने पूछा कि था, किस तरह से महामारी को रोकने के लिये आप कार्य कर रहे हैं? इसक जवाब आशा कार्यकर्ता और निगरानी समितियां नहीं दे पाई.
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