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हाथों से कर देते हैं शब्दों की छपाई, लिखावट के लोग हो जाते हैं मुरीद

प्रयागराज के एसएसपी ऑफिस में तैनात एक क्लर्क की लिखावट ऐसी है कि उसे देखकर हर कोई उनका मुरीद हो जाता है. एसएसपी ऑफिस में क्लर्क के पद पर कार्य करने वाले अरशद महमूद सुंदर और आकर्षक तरीके से अंग्रेजी लिखते हैं. इसके साथ ही उनकी हिंदी और उर्दू की लिखावट भी शानदार है.

सुंदर लिखावट के लिए हैं फेमस
सुंदर लिखावट के लिए हैं फेमस

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Published : Mar 8, 2021, 3:52 PM IST

प्रयागराज:समय के साथ लोगों की लिखने की आदत छूट रही है. बदलते हुए दौर में मोबाइल और लैपटॉप के इस्तेमाल की वजह से बच्चों से लेकर बड़ों तक की लिखने की आदत छूट गई है. ऐसे दौर में भी प्रयागराज के एसएसपी ऑफिस में तैनात एक क्लर्क की लिखावट ऐसी है कि उसे देखकर हर कोई उनका मुरीद हो जाता है. एसएसपी ऑफिस में क्लर्क के पद पर कार्य करने वाले अरशद महमूद सुंदर और आकर्षक तरीके से अंग्रेजी लिखते हैं. उनकी हिंदी और उर्दू की लिखावट भी बेहतरीन है.

लिखावट कर देती है लोगों को दीवाना.
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अरशद की लिखावट के पुलिस अधिकारी भी हैं मुरीद

एसएसपी ऑफिस में तैनात अरशद की शानदार लिखावट देखकर सभी अधिकारी उनकी सराहना करते हैं. जिले में पुलिस के आलाधिकारी हों या एसएसपी ऑफिस के कर्मचारी, सभी उनकी लिखावट की सराहना करते हैं. अरशद पिछले 25 सालों से पुलिस विभाग में कार्य कर रहे हैं. बीते पांच सालों से वो प्रयागराज के एसएसपी ऑफिस में तैनात हैं. एसएसपी ऑफिस के जनसूचना अधिकार सेल में तैनात अरशद अपनी सुंदर लिखावट के जरिये सरकारी पत्रों का जवाब देते हैं. अरशद का कहना है कि वो बच्चों की लिखने की आदत छूटने से चिंतित हैं. उनका कहना है कि वो परिचित बच्चों को लगातार लिखने के लिए प्रेरित करते हैं.

प्रमाणपत्रों पर भी लिखते हैं सुंदर नाम

एसएसपी ऑफिस में तैनात होने के साथ ही तमाम अवसरों पर पुलिस विभाग द्वारा जारी किए जाने वाले प्रमाणपत्रों पर भी अरशद अपनी सुंदर और आकर्षक लिखावट से नाम लिखते हैं. इसके लिए पुलिस अधिकारियों की तरफ से उन्हें अलग से इस कार्य के लिए बुलाया जाता है. अरशद की हिंदी और अंग्रेजी की राइटिंग बहुत ही सुंदर और आकर्षक है.

बचपन से ही होती रही है लिखावट की सराहना

अरशद महमूद को बचपन से ही लिखने का शौक था. स्कूल के समय में एक शिक्षक ने उनकी लिखावट की सरहना करने के साथ ही और सुंदर लिखने के लिए प्रेरित किया. जिसके बाद से अरशद खाली समय में भी लिखने की प्रैक्टिस करने लगे. प्रतिदिन उनकी लिखावट सुधरती गयी और दूसरे लोग उसकी सराहना करने लगे. स्कूल में पहली बार आठवीं कक्षा में उन्हें सुंदर लिखने के लिए सम्मानित किया गया. युनिवर्सिटी की तरफ से बेहतरीन लिखावट की वजह से उनको दिल्ली में आयोजित यूएनओ के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भेजा गया था.

सुंदर लिखावट का भविष्य में मिलता है लाभ

प्राइमरी के बच्चों को पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं का कहना है कि वो बच्चों को बचपन से ही सुंदर तरीके से लिखने के लिए प्रेरित करती हैं. आगे चलकर बच्चे की राइटिंग सुंदर होगी तो उसका लाभ उसे जीवन भर मिलेगा. परीक्षाओं में सुंदर लिखने वाले छात्रों को जहां शिक्षक सम्मान स्वरूप अंक देते हैं. किसी भी क्षेत्र में कार्य करने के दौरान सुंदर लिखावट वाले व्यक्तियों को वरीयता भी दी जाती है. कई अवसरों पर सिर्फ सुंदर लिखने की वजह से ही उन्हें बुलाया जाता है.

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