उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

वेणी माधव पौराणिक मंदिर परिक्रमा मार्ग से महंत की भू समाधि हटाने के लिए वाद दायर

By

Published : Jun 3, 2022, 9:31 PM IST

प्रयागराज के दारागंज स्थित पौराणिक  वेणी माधव मंदिर के गर्भगृह परिक्रमा मार्ग में निर्मित ब्रह्मलीन महंत ओंकार गिरी की समाधि हटाने की मांग में दाखिल केस की सुनवाई 11 अगस्त को होगी.

Etv bharat
वेणी माधव पौराणिक मंदिर परिक्रमा मार्ग से महंत की भू समाधि हटाने के लिए सिविल वाद दायर

प्रयागराजः दारागंज स्थित पौराणिक वेणी माधव मंदिर के गर्भगृह परिक्रमा मार्ग में निर्मित ब्रह्मलीन महंत ओंकार गिरी की समाधि हटाने की मांग में दाखिल केस की सुनवाई 11 अगस्त को होगी.

यह सिविल वाद मोरी दारागंज निवासी रामचंद्र वर्मा ने अतिरिक्त सिविल जज कनिष्ठ श्रेणी पंचम इलाहाबाद की अदालत में दायर किया गया है जिसमें दिवंगत महंत ओंकार गिरी की पुत्री विभा त्रिपाठी सर्वकारा महंत वेणी माधव मंदिर एवं विराजमान वेणी माधव बजरिए सचिव महानिर्वाणी अखाड़ा दारागंज को पक्षकार बनाया गया है.

याचिका में कहा गया है कि वेणी माधव मंदिर एक पौराणिक मंदिर है जिसमें देश विदेश के तीर्थयात्रियों, श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हुई है, जिसका पुनर्निर्माण दो सौ साल पहले भूस्वामी माता कार्तिक पांडेय ने कराया था. मंदिर के सामने धर्मशाला व शिव मंदिर भी बनवाया था और मंदिर निर्वाणी अखाड़ा को देखरेख पूजापाठ के लिए सौंप दिया गया था.

श्रीराम त्रिपाठी सागर निवासी मध्य प्रदेश को अखाड़े ने मंदिर में पुजारी रखा था उनकी मृत्यु के बाद उनके पुत्र ओंकार नाथ त्रिपाठी मंदिर की देखरेख पूजापाठ करने लगे. महानिर्वाणी अखाड़े के शिष्य बन गए. मनमुटाव होने पर ओंकार नाथ त्रिपाठी ने वेणी माधव मंदिर सेवा समिति ट्रस्ट गठित कर लिया और अपना नाम ओंकार गिरी रख स्वयं को महंत घोषित करा लिया, जिनका निधन कोरोना काल में 5 मई को हुआ. उनकी पुत्री विभा त्रिपाठी ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष स्व नरेंद्र गिरी व जूना अखाड़ा के हरि गिरी के सहयोग से जल समाधि न देकर 7 मई को ओंकार गिरी को परिक्रमा मार्ग के किनारे भू समाधि दे दी.

पुलिस प्रशासन ने कोविड 19 का हवाला देकर विरोध प्रदर्शन पर रोक लगा दी, जिसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर की गई है किन्तु अभी तक सुनवाई नहीं हो सकी है. कहा गया है कि परिक्रमा मार्ग में भू समाधि आस्था से खिलवाड़ है. वादी सहित लाखों श्रद्धालुओं को ठेस पहुंची है. समाधि को हटाने की प्रार्थना की गई है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ABOUT THE AUTHOR

...view details