प्रयागराज:शहीद चंद्रशेखर आजाद (chandra shekhar azad jayanti) की आज 115वीं जयंती है. इस अववसर पर इलाहाबाद संग्रहालय (allahabad museum) आजादी के उन दीवानों की एक ऐसी गैलरी बना रहा है, जो देश की आजादी के लिए शहीद होने वाले केवल क्रांतिकारियों पर केंद्रित होगी. यह आजादी के क्रांतिकारियों के नाम पर बनने वाली देश की प्रथम गैलरी है. इसमें गांधी और नेहरू के अलावा अन्य क्रांतिकारियों की यादें संजोई जाएंगी. यह गैलरी नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम की सहायता से बनाई जा रही है. यह गैलरी 10 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही है. इस आजाद गैलरी में 1857 के पहले स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजादी तक अपनी कुर्बानी देने वाले शहीदों के जीवन और उससे जुड़ी घटनाओं को उनके मौलिक रूप में अत्याधुनिक तरीके से पेश किया जाएगा.
निर्देशक इलाहाबाद संग्रहालय डॉ. सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि इलाहाबाद संग्रहालय देश का एक राष्ट्रीय संग्रालय है. चंद्रशेखर आजाद के नाम पर आजाद गैलरी बन रही है. यह ऐसी गैलरी है, जो पूरी तरह से क्रांतिकारियों पर आधारित है. संग्रहालय के पास चंद्रशेखर आजाद की जो पिस्टस है वह इस गैलरी में अच्छ से प्रदर्शित की जाएगी. इस गैलरी में क्रांतिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए गए हथियार से लेकर उनकी ओरिजिनल पोशाकें तक संग्रहित की गई हैं. यह गैलरी 10 करोड़ की लागत से बन रही है. इस गैलरी के अगले साल तक तैयार होने की उम्मीद है. वहीं, संग्रहालय देखने आए छात्र अमन का कहना है कि आने वाली पीढ़ी और शिक्षा से जुड़े छात्रों के लिए यह आजाद गैलरी जरूरी है. आजाद गैलरी की खास बात यह भी है कि विजुअल और नई-नई तकनीकों के साथ यह लोगों को आकर्षित करेगी. यहां शहीद आजादी के दीवानों के बारे में अच्छी जानकारियां मिलेंगी.