प्रयागराजः संगम तट पर दो महीने तक चलने वाला माघ मेला मकर संक्रांति से शुरू हो गया है. लाखों श्रद्धालुओं ने आज त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई. कुछ साधु-संत जन कल्याण और देश के विकास के लिए यहां पर संकल्प लेकर कल्पवास और स्नान करते हैं. ऐसे ही एक संत हैं मौनी बाबा. वह पिछले 30 सालों से संगम पर जनकल्याण की कामना लेकर आते हैं. यहां लेट कर संगम की परिक्रमा करते हैं और उसके बाद डुबकी लगाते हैं.
मथुरा और काशी के लिए की परिक्रमा
हाड़कंपा देने वाली ठंड में इस तरह की परिक्रमा देखकर लोग दंग रह जाते हैं. मौनी बाबा ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता पूर्ण रूप से साफ हो जाने के बाद मथुरा और काशी में भी विवाद का निपटारा जल्द हो. इस कामनो को लेकर उन्होंने आज मकर संक्रांति पर लेटकर परिक्रमा की और संगम में डुबकी लगाई. इस दौरान संगम क्षेत्र में मौजूद श्रद्धालु और मौनी बाबा के शिष्यों ने संगम क्षेत्र में जयकारा लगाते हुए संगम में स्नान किया. इसके बाद संगम में भक्तों के साथ बहते जल में हवन कर मां गंगा की आरती उतारी. साथ ही विश्व कल्याण और जन कल्याण के लिए मां गंगा से प्रार्थना की.