प्रयागराज :संगम नगरी के डॉ जितेंद्र जैन आज लोगों की आशा और उम्मीद की किरण हैं. देश और विदेश से परेशान लोग यहां आते हैं, और ठीक होने के बाद हंसते मुस्कुराते हुए जाते हैं. दरअसल, जिले की शान कहे जाने वाले डॉक्टर जितेंद्र जैन सेरेब्रल पाल्सी के स्पेशलिस्ट हैं. यह एक जटिल रोग है. लेकिन इस रोग से ग्रसित हजारों बच्चों को डॉ जैन ने नया जीवन दिया है. उन्होंने 16 सालों में 50 हजार से अधिक मरीजों का इलाज करके उन्हें ठीक किया है.
क्या है सेरेब्रल पाल्सी रोग ?
जन्म के समय बच्चे के दिमाग का पूरी तरह से विकसित न होने की वजह से, उन बच्चों में कई तरह की दिक्कतें हो जाती हैं जिन्हें हम सेरेब्रल पाल्सी कहते हैं. डॉक्टर जैन के मुताबिक जन्म के समय बच्चे का वजन कम होना, समय से पहले बच्चे का जन्म होना, इसके अलावा जन्म के समय न रोना और जन्म के वक्त गंदा पानी पी लेने की वजह से बच्चों का दिमाग क्षतिग्रस्त हो जाता है. इस वजह से बच्चे को बोलने, चलने, उठने-बैठने और पकड़ने समेत कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं. इन बच्चों के दिमाग का विकास आम बच्चों के मुकाबले कम विकसित होता है. ऐसे ही सेरेब्रल पाल्सी रोग से ग्रसित बच्चों का बेहतर इलाज प्रयागराज के डॉक्टर करते हैं. दूसरे देशों के मुकाबले सस्ता और अच्छा इलाज मिलने की वजह से यहां बच्चों की भीड़ जुटती है. त्रिशला फाउंडेशन की तरफ से ऐसे बच्चों के लिए 3 स्थानों पर एक्सरसाइज कराने की व्यवस्था की गयी है. डॉ. के अनुसार, इस बीमारी से मुक्ति पाने के लिए सबसे सटीक इलाज सही एक्सरसाइज करवाना भी है.
जन्म के समय ही हो जाते हैं सेरेब्रल पाल्सी के शिकार
कुछ बच्चे जन्म के समय से ही मानसिक या शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं, जिसको जानने के बाद उनके माता-पिता के जीवन में मायूसी और अंधकार छा जाता है. उन बच्चों को उठने-बैठने, चलने-फिरने और बोलने में दिक्कत होती है. ऐसे बच्चों को नयी जिंदगी देकर डॉक्टर जितेंद्र जैन उनके माता पिता के जीवन को खुशियों से भर देते हैं. सेरेब्रल पाल्सी के साथ ही अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जितेंद्र जैन मायूस हो चुके माता पिता के कंधे या गोद में आये बच्चों को ठीककर उनके पैरों पर चलाकर वापस भेजते हैं. उनके इलाज से अब तक कई हजार माता पिता के चेहरे पर मुस्कान वापस लौट चुकी है.
विदेशों तक फैल चुकी है डॉक्टर जितेंद्र जैन की चर्चा
डॉ. जितेंद्र जैन के बेहतरीन इलाज की चर्चा देश भर में फैलने के साथ ही विदेशों तक फैल चुकी है. यही वजह है कि अभी तक 15 देशों से मरीज आकर उनके यहां इलाज करवा चुके हैं. सात समंदर पार से सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों को लेकर उनके माता-पिता इलाज के लिए प्रयागराज आते रहे हैं. इसमें जर्मनी, यूएस, यूके, साउथ अफ्रीका, घाना समेत कई दूसरे देशों के लोग आते हैं. इसके अलावा पड़ोसी मुल्कों में नेपाल व बांग्लादेश के अलावा पाकिस्तान से भी मरीज आकर इनके यहां इलाज करवा चुके हैं. साथ ही देश के लगभग सभी राज्यों से मरीज इलाज के लिए उनके पास आते हैं. फिलहाल कोरोना महामारी की वजह से विदेशी मरीजों के आने का क्रम बंद हैं, इसलिए अभी उनके यहां देश के अलग-अलग राज्यों से आये मरीजों का इलाज चल रहा है. विदेशी मरीजों को जरूरत पड़ने पर ऑनलाइन परामर्श दिया जाता है.