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जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों का किया गया चालान

उत्तर प्रदेश में उन वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जिनके नंबर प्लेट पर नंबर के अलावा कुछ और लिखा मिलता है. प्रयागराज में इसी कड़ी में आरटीओ की अलग-अलग टीम ने पूरे जिले में ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है, जिन पर जातिसूचक शब्द लिखे थे.

challan campaign started in prayagraj
प्रयागराज में जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों का किया गया चालान.

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Published : Dec 28, 2020, 10:59 PM IST

प्रयागराज :उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश के बाद प्रयागराज में आरटीओ की टीमें उन वाहनों का चालान करने में जुट गई हैं, जिनके नंबर प्लेट या गाड़ियों पर जातिसूचक शब्द लिखे हुए हैं. शहर के अलग-अलग चौराहों पर आरटीओ की टीमों ने जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों को रोककर उनका चालान करने का अभियान चलाया. इस दौरान सिर्फ जाति ही नहीं, देवी-देवताओं के नाम लिखे वाहनों का भी चालान किया गया.

चलाया गया चेकिंग अभियान.
जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों के खिलाफ अभियान

प्रयागराज में आरटीओ की अलग-अलग टीम ने सोमवार से पूरे जिले में ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया, जिन पर जातिसूचक शब्द लिखे थे. आरटीओ राजेश कुमार मौर्य का कहना है कि यूपी के परिवहन आयुक्त से मिले निर्देश के बाद ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जिन पर जाति सूचक शब्द लिखे हुए हैं. उनका कहना है कि वाहन पर नंबर के अलावा कुछ भी नहीं लिखा होना चाहिए. वाहनों पर नंबर के अलावा कुछ भी लिखवाना मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 177 का उल्लंघन होता है.

चालान की जगह एक अवसर दिए जाने की मांग
जिन लोगों का चालान किया जा रहा है, उन्होंने इसका विरोध भी किया. उनका कहना है कि सरकार ने आनन-फानन में इस तरह की कार्रवाई शुरू करवा दी है. जबकि चालान करने का अभियान शुरू करने से पहले लोगों को कुछ वक्त दिया जाना चाहिए था, जिससे कि जिनकी भी गाड़ियों पर कुछ लिखा हो उसे वो अपनी मर्जी से हटवा लें.

चलाया गया चेकिंग अभियान.
वाहन पर सिर्फ नंबर प्लेट लगी होनी चाहिए
एमवी एक्ट के तहत नम्बर प्लेट का साइज और कलर भी तय किया गया है. उसी के अनुरूप वाहनों का नंबर प्लेट होना चाहिए. प्रयागराज में परिवहन आयुक्त के निर्देश पर जातिसूचक शब्द लिखकर वाहनों पर फर्राटा भरने वाले वाहन चालकों के खिलाफ विशेष रूप से अभियान चलाया जा रहा है. एआरटीओ सियाराम का कहना है कि इस तरह का अभियान पहले भी चलता रहा है. जातिसूचक शब्द या कुछ भी और लिखने वाले वाहनों के खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई की जाती रही है. उनका यह भी कहना है अभी जातिसूचक शब्द लिखकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ अभियान लगातार चलता रहेगा.

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