प्रयागराज:माघ मेला 2021 में यात्रियों को सुविधा मुहैया कराने के लिए रोडवेज विभाग ने भी कमर कस ली है. मुख्य स्नान की तिथियों में अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाएगा. श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने के लिए रोडवेज विभाग ने पूरे माघ मेले में ढाई हजार से ज्यादा बसों के संचालन का फैसला किया है. इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
इस बार माघ मेले में कोविड काल को देखते हुए श्रद्धालुओं को अधिक संख्या में बसों का संचालन किया जा रहा है. दरअसल, अधिकतर ट्रेनों का संचालन बंद है, जिसकी वजह से श्रद्धालुओं के लिए रोडवेज विभाग ने यह सौगात दी है.
माघ मेला 2021 में विशेष सुविधा. मकर संक्रांति के स्नान से माघ मेले की होगी शुरुआत
माघ मेले की शुरुआत मकर संक्रांति पर 14 जनवरी से हो रही है. मेले में मुख्य स्नान 14 जनवरी को है. इसके बाद 28 जनवरी को पौष पूर्णिमा, 11 फरवरी को मौनी अमावस्या, 16 फरवरी को बसंत पंचमी एवं 11 मार्च को महाशिवरात्रि का स्नान होगा. इन सभी स्नान पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
2500 से ज्यादा चलेंगी
प्रशासन ने मौनी अमावस्या पर्व पर सबसे अधिक भीड़ जुटने का अनुमान लगाया है. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को समस्या न हो, इसके लिए रोडवेज से कहा गया है कि वह ज्यादा से ज्यादा बसें चलाए. रोडवेज ने मेला अवधि में ढाई हजार से ज्यादा बसें चलाने की तैयारी कर ली है. रोडवेज मुख्यालय ने क्षेत्रवार बसों का आवंटन भी कर दिया है.
रोडवेज विभाग ने पूरी की तैयारी. वाराणसी से संगम दर्शन के लिए आईं श्रद्धालु विजयलक्ष्मी ने कहा कि तीर्थ यात्रियों के सुविधा के लिए रोडवेज ने बहुत अच्छी पहल की है. अब तीर्थयात्री संगम में स्नान करने आएंगे तो उन्हें इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. रोडवेज ने तीर्थयात्रियों के लिए बहुत अच्छी सुविधा दी है.
बसों को सैनिटाइज के बाद ही तीर्थयात्री यात्रा कर सकेंगे
प्रयागराज रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक सीबी राम के मुताबिक, इस बार पिछले वर्ष से ज्यादा तैयारियां की जा रही हैं. ढाई हजार से ज्यादा बसों का संचालन यात्रियों की सुविधा के लिए किया जा रहा है. कोविड गाइडलाइन का खास तौर पर पालन भी कराया जाएगा. कोविड से बचाव के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए बस अड्डों पर उद्घोषणा भी की जाएगी. बसों को सैनिटाइज कराने के बाद ही डिपो से निकाला जाएगा. बैठने की क्षमता के अनुसार ही सवारी बैठाई जाएगी. यात्रियों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा.
श्रद्धालुओं की सुविधा का रखा जाएगा ध्यान. रोडवेज तीर्थयात्री के लिए चार बस स्टेशन बनाने की योजना की है
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि माघ मेला अवधि के दौरान 4 अस्थाई बस स्टेशन को भी बनाया जाएगा. भीड़ को कई सेक्टरों में बांट दिया जाएगा. ऐसे में अस्थाई बस स्टेशन बनने से श्रद्धालुओं को अपने गंतव्य स्थान जाने पर मुख्य बस डिपो नहीं जाना पड़ेगा.
4 अस्थाई बस स्टेशन इन जगहों पर बनाए जाएंगे
- नैनी में अस्थाई बस स्टेशन बनेंगे.
- झूसी में अस्थाई बस स्टेशन बनेंगे.
- फाफामऊ में अस्थाई बस स्टेशन बनेंगे.
- सिटी के केपी कॉलेज ग्राउंड को भी अस्थाई बस स्टेशन बनाने की योजना बनाई गई है.
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक सीबी राम ने बताया कि माघ मेला के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के मौके पर आने वाले अधिकांश श्रद्धालु स्नान के बाद अयोध्या और चित्रकूट जाते हैं. ऐसे श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोडवेज ने 100 अतिरिक्त बसों का संचालन करने का निर्णय लिया है. प्रयागराज से ये बसें विंध्याचल, चित्रकूट एवं अयोध्या के लिए चलेंगी.