प्रयागराजः स्वस्थ भारत मिशन के तहत काशी सेवा समिति प्रयागराज एक योजना पर काम कर रही है. इसमें अजोला अमृत शक्ति सुरभि बायोगैस गीला कचरा से निस्तारण का नगर निगम पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसकी शुरूआत कर रहा है. ऐसी संस्थायें जहां रोजाना करीब सौ किलो से ज्यादा गीला कूड़ा निकलता है, उन्हें स्वयं इससे खाद बनाने के लिए छोटा प्लांट लगाना चाहिए. नगर निगम ने इसके लिए गाइड लाइन भी जारी की है. नगर निगम ने अब शहर में छोटे स्थानों पर बायो कंपोस्ट प्लांट बनाने की योजना बनाई है. संस्थाओं को कूड़ा इधर फेंकने के बजाए उसे प्लांट बायोगैस मशीन डालना पड़ेगा. इस कूड़े से प्लांट में खाद बनाई जायेगी और नगर निगम उसे अपने उद्यानों के काम में इस्तेमाल करेगा. ज्यादा उत्पादन होने की स्थिति में उसकी बिक्री भी की जा सकेगी.
अजोला अमृत शक्ति सुरभि बायोगैस गीला कचरा से निस्तारण बायोगैस की पहली मशीन का शुभारंभ
संगम नगरी की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने गीला कचरा निस्तारण बायो अजोला अमृत शक्ति सुरभि संयन्त्र की पहली मशीन का शुभारम्भ किया. प्रयागराज के करैली क्षेत्र में बने मैरिज हॉल मालिकों से इसे लगाने को कहा गया था. वहीं शनिवार को करैली पर बने फोर सीजन गेस्ट हाउस में महापौर अभिलाषा गुप्ता नन्दी जिले में गीला कचरा निस्तारण बायोगैस की पहली मशीन का शुभारंभ कीं. महापौर ने कहा कचरा हर घर से निकलता है, लेकिन वह सोना के भाव है. कचरा से खाद डीजल और बायोगैस बनने लगे हैं. ऐसे में शहरवासियों को जागरूक किया जा रहा है, कि वे कचरा इधर-उधर न फेंकें. उसका सही जगह पर इस्तेमाल किया जायेगा. इस तरह का यंत्र पूरे शहर में स्थापित किया जाना चाहिये. जिससे कि शहर का गीला कचरा पूरी तरह से निस्तारित हो सके. ताकि इससे मिले बायोगैस और जैविक खाद को इस्तेमाल भी किया जा सके. उन्होंने शहर के सभी गेस्ट हाउसों, पार्टी लॉन, होटलों, सावर्जनिक पार्कों, रेस्तराओं, बड़े रिहायशी मकानों और कालोनियों में इस को स्थापित करने के लिए कहा जायेगा. जिससे पूरा शहर स्वस्थ हो सकेगा. पीएम नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के संकल्पों को पूरा करने में ये अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए उनके स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत के सपने को साकार करने के लिये हम सबको एकजुट होकर इस बायोगैस संयंत्र का विस्तार करने में बढ़-चढ़ कर अपना योगदान देना चाहिए.
गीला कचरा से बनेगी बायोगैस जैविक खाद
पर्यावरण अभियंता उत्तम वर्मा का कहना है कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत मुंडेरा मंडी में बायो कंपोस्ट प्लांट लगाया जा रहा है. बाद में शहर के दूसरे हिस्सों में भी ऐसे प्लांट लगाए जाने की योजना है.
स्वस्थ भारत अभियान के तहत एक संस्था काशी सेवा सदन समिति वाराणसी काम कर रही है. इस संस्था से जुड़े प्रयागराज प्रभारी सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि मशीन में गीले कचरे डाले, जैसे किचन से निकले गीले कचरे, फूल माला अन्य चीजों को मशीनों के अंदर डालने के बाद ये मिलकर बायोगैस बनायेंगे. दूसरा इससे जैविक खाद पैदा होगी, जो हमारे होम गार्डन में इस्तेमाल के लिए काम आयेगी. उन्होंने बताया कि इसकी पहली शुरूआत प्रयागराज फ़ॉर सीजंस गेस्ट हाउस से की गयी. इसके बाद डीआरएम ऑफिस, रिजर्व पुलिस लाइन, एमएनआईटी कॉलेज, नैनी बुध विहार कॉलोनी में लगाई जायेगी.