प्रयागराजः सिरसा गंगा घाट पर पांटून पुल बनने से जहां क्षेत्रीय लोगों को सहूलियत मिलती है, वहीं पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारी की लापरवाही की वजह से एक युवक की गंगा नदी में गिरकर मौत हो गई. पुलिस ने एनडीआरएफ टीम की मदद से शव को गंगा नदी से निकाला. युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने पांटून पुल पर शव रखकर लगाया जाम दिया.
चाचा रस्सियों का सहारा लेकर चाई जान
मिली जानकारी के अनुसार मेजा थाना क्षेत्र के निबैया गांव निवासी रामतिलक (60) अपने भतीजे मुकेश (22) के साथ हड़िया थाना क्षेत्र के दुलापुर रिश्तेदारी में गए थे. शनिवार शाम 9 बजे दोनों बाइक से घर की तरफ लौट रहे थे. जैसे ही सिरसा पांटून पुल पर पहुंचे तो बेतरतीब बिछाये गये चेकर्ड प्लेट में फंसकर बाइक सवार गंगा नदी में अनियंत्रित होकर गिर गए. रामतिलक रस्सियों के सहारे बाहर निकल आये, लेकिन भतीजा मुकेश गहरे पानी में समा गया.
शव को पांटून पुल पर रख लगाया जाम
घटना की जानकारी होने पर परिजनों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में परिजन घटना की ओर दौड़ पड़े. रात्रि होने की वजह से खोजबीन करते रहे लेकिन कुछ पता नहीं चल सका. सुबह पुलिसकर्मियों व एनडीआरएफ की टीम की मदद से घंटों मशक्कत के बाद से गंगानदी से युवक का शव निकाला गया. परिजनों का आरोप है कि अगर पांटून पुल पर रेलिंग सहित अन्य व्यवस्थाएं करवाने के बाद पुल चालू किया गया होता तो शायद यह जानलेवा दुर्घटना न हुई होती. नाराज परिजनों ने शव को पांटून पुल पर रखकर चक्काजाम करते हुए मुआवजे की मांग पर अड़े रहे.
आधा-अधूरा पुल चालू किया
देखा जाए तो ठेकेदार के मनाही के बावजूद जेई ने आधे-अधूरे पांटून पुल पर आवागमन शुरू करा दिया था, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. जबकि इससे पूर्व दो बार खबरें प्रकाशित की गई थी। शायद विभागीय अधिकारी मामले का संज्ञान लिये होते तो शायद आज यह घटना न घटित होती.