प्रयागराज : बसंत पंचमी पर संगम पर गुरुवार तड़के से ही लाेगाें की भीड़ जुटनी शुरू हाे गई. देश के काेने-काेने से पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. विधि विधान से पूजन-अर्चन कर दान पुण्य किया. भीड़ काे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी चुस्त दुरुस्त रही. जगह-जगह पुलिस कर्मियाें की तैनाती की गई है.
बसंत पंचमी के दिन लाेग तड़के ही संगम घाट, दशाश्वमेध घाट, रसूलाबाद घाट, शंकर घाट, द्रौपदी घाट, रामघाट, दारागंज घाट आदि घाटाें पर पहुंच गए. इसके अलावा यमुना के प्रमुख घाटबलुआ घाट, गऊघाट, सरस्वती घाट पर भी खासी भीड़ देखी गई. लाेगाें ने गंगा स्नान कर सूर्य को नमस्कार किया। देर रात से हाे रही हल्की बारिश से ठंड बढ़ गई है. इसके बावजूद भक्ताें के उत्साह में काेई कमी नहीं आई है. बारिश के कारण घाटाें पर फिसलन काे राेकने के लिए पुआल के इंतजाम किए गए हैं.
पंडित शिप्रा सचदेव ने बताया कि गंगा-यमुना और सरस्वती के संगम स्थल को ही त्रिवेणी घाट के नाम से जाना जाता है। धार्मिक महत्व की वजह से यहां साल भर स्नानार्थियों की भीड़ रहती है. पवित्र नदियों का संगम होने के कारण इस घाट से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। दूर-दूर से श्रद्धालु आकर यहां पर आस्था की डुबकी लगाते हैं. इस बार की बसंत पंचमी गुरुवार काे पड़ी है. इस लिहाज से इस बार इसका महत्व और बढ़ गया है.