प्रयागराज:इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह की तहरीर पर पुलिस ने न सिर्फ तमाम छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है. कुछ छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है. अब पकड़े गए छात्र नेताओं के समर्थन में आजाद अधिकार सेना के रिटायर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर आ गए हैं.
पूरब का ऑक्सफोर्ड कही जाने वाली इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इन दिनों युनिवर्सिटी प्रशासन और छात्रों के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. एक तरफ छात्र अपनी मांगो को लेकर आंदोलन करते हैं तो दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर उन्हें जेल भिजवाया जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के नए चीफ प्रॉक्टर ने कार्यभार संभालने के बाद से ही छात्रों के खिलाफ केस दर्ज करवाना शुरू कर दिया है. यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह ने 24 जुलाई को एक दिन में अलग अलग छात्रों के खिलाफ तीन अलग अलग केस दर्ज करवाए हैं. छात्रनेता हरेंद्र यादव ने आरोप लगाया है कि जब से नए चीफ प्रॉक्टर ने कार्यभार संभाला है वो सिर्फ छात्रों के खिलाफ केस दर्ज करवा रहे हैं. इस छात्र का यह भी आरोप है कि चीफ प्रॉक्टर ने 15 दिन में 20 से अधिक छात्रों के खिलाफ दस से ज्यादा मुकदमें दर्ज करवा दिए हैं. 24 जुलाई को एक साथ तीन एफआईआर करवायी गयी. इसी तरह से कैम्पस में छात्र की मौत की आवाज उठाने पर छात्रों पर केस दर्ज करवाया जा चुका है. यही नहीं उस दौरान महिला शिक्षिकाओं की तहरीर पर छात्रों के खिलाफ छेड़खानी का केस भी दर्ज करवाया गया है.
कैम्पस में छात्र की मौत के बाद बदल गया माहौल:इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में मीडिया स्टडीज के छात्र आशुतोष दुबे की कैम्पस में ही अचानक मौत होने के बाद से कैम्पस का माहौल बदल गया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जहां कैम्पस में आने जाने पर आईकार्ड की जांच को अनिवार्य कर दिया है. कैम्पस में बिना इजाजत धरना प्रदर्शन और छात्रों के एकत्रित होने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है. कैम्पस में किसी भी तरह गतिविधि करने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. यही नहीं सोशल मीडिया में कमेंट और पोस्ट करने वाले छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.जिसके बाद गिरफ्तार छात्र नेता के समर्थन में दूसरे छात्रों ने आंदोलन शुरू किया.
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