प्रयागराज: कोरोना वायरस के चलते पीएम मोदी ने पूरे देश में सम्पूर्ण रूप से लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया है. ऐसे में पशुपालकों को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है. जहां प्रशासन लगातार यह दावा करते नजर आ रहा है कि सब्जी, खाद्य सामग्री और पशुपालकों के लिए चारा की हर सुविधा की जा रहीं है. वहीं दूसरी तरह गांव में दूध के कारोबार करने वाले पशुपालकों को जानवरों का खर्च निकालना मुश्किल पड़ रहा है.
पशुपालक रामदेव यादव ने बताया कि पशुओं को चारा ठीक से न मिलने की वजह से इस समय जानवर दूध कम देने लगे हैं. जानवर भूख की वजह से न मरे इसलिए महंगे दामों पर भूसा, चूनी और चोकर लाना पड़ रहा है. लॉकडाउन में पशुओं का खर्च उठाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है.
महंगे दामों पर मिल रहा है जानवरों का चारा
पशुपालक रामदेव यादव ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते चूनी-चोकर और भूसा के व्यापारी चारा का दाम अधिक बढ़ा देने की वजह से अब जानवरों के पालन में बहुत मुश्किल झेलना पड़ रहा है. लॉकडाउन के पहले भूसा और चूनी-चोकर का रेट सस्ता होने की वजह से जानवरों के खर्च के साथ ही घर का खर्च भी चलता था.