प्रयागराज:जबरनधर्मांतरण मामले में यूपी एटीएस ने इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के जिस प्रोफेसर को अपनी रडार पर लिया है, उन पर इसके पहले भी कई संगीन आरोप लग चुके हैं. ये इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद हैं. इन पर कोरोना की पहली लहर के दौरान तबलीगी जमात के लोगों को छिप-छिपाकर पनाह देने का आरोप लगा था. मामले का खुलासा होने पर तब इस पर खूब राजनीतिक बवाल भी हुआ था.
वहीं अब एक बार फिर इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद सुर्खियों में हैं. मोहम्मद शाहिद पर कानपुर की एक युवती ऋचा देवी का जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा है. इसी मामले में पूछताछ के लिए यूपी एटीएस की टीम उन्हें ढूढ़ रही है, लेकिन मोहम्मद शाहिद के घर पर ताला लगा हुआ है और वह परिवार सहित अंडरग्राउंड हो गए हैं. बता दें कि यूपी एटीएस की टीम ने हाल ही में एक ऐसे गैंग का खुलासा किया था, जिन लोगों ने मिलकर करीब हजार लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया था, जिसके बाद एटीएस ने विदेशी फंडिंग के जरिये धर्म परिवर्तन करवाने वालों की जनाकारी जुटानी शुरू की. इस गैंग में कई मौलानाओं और दूसरे लोगों के नाम शामिल हैं.
नोएडा से दो मौलाना हुए थे गिरफ्तार
बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के नोएडा में धर्मांतरण कराने के आरोप में यूपी एटीएस ने दो मौलानाओं मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया था. इन दोनों मौलानाओं से पूछताछ में यूपी एटीएस को धर्मांतरण कराने संबंधित कई अहम जानकारियां हाथ लगी थीं, जिसके बाद से यूपी एटीएस ने जांच तेज कर दी थी. बीते गुरुवार को यूपी एटीएस की टीम ने राजधानी लखनऊ के रहमान खेड़ा में स्थित अल हसन एजुकेशनल एंड वेलफेयर फाउंडेशन के कार्यालय पर छापा मारा था. मोहम्मद उमर गौतम अल हसन एजुकेशनल एंड वेलफेयर फाउंडेशन का वाइस प्रेसिडेंट है. एटीएस ने कार्यालय में मौजूद लोगों से पूछताछ की थी.
मुश्किलों में फंसे इविवि के प्रोफेसर
वहीं धर्मांतरण कराए जाने के मामले में यूपी एटीएस की रडार पर अब इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद भी आ गए हैं. कानपुर की एक युवती ऋचा देवी का धर्म परिवर्तन करवाने में उनका नाम सामने आ रहा है. बताया जा रहा है कि प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद को जब से इस बात की जानकारी मिली है कि एटीएस उनसे इस मामले में पूछताछ करेगी वो घर में ताला बंद करके परिवार समेत कहीं छिप गए हैं. इस मामले में ईटीवी भारत की टीम जब प्रोफेसर से बात करने के लिये उनके घर पहुंची तो उनके घर पर ताला लगा हुआ था. वो कब और कहां गए हैं, उनके पड़ोसियों को भी इस बात की जानकारी नहीं है.