उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

कोचिंग संचालक के खिलाफ सामूहिक उपवास पर बैठे छात्र, जानिए वजह

By

Published : Dec 31, 2020, 5:32 PM IST

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के विधि के छात्रों और शहर के मनमोहन पार्क पर स्थित एक कोचिंग संचालक के बीच हुए विवाद के बाद विश्वविद्यालय के छात्र सामूहिक उपवास पर बैठ गए. उपवास पर बैठे छात्रों का कहना है कि जिला प्रशासन अगर कोचिंग संचालक को गिरफ्तार कर उसके संस्थाओं को सीज नहीं करता तो अनिश्चितकाल के लिए सभी छात्र आमरण अनशन पर जाएंगे

etvbharat
कोचिंग संचालक के खिलाफ सामूहिक उपवास पर बैठे छात्र

प्रयागराज: इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र व कोचिंग संचालक के बीच हुई मारपीट को लेकर के गुरुवार को विश्वविद्यालय के छात्र सामूहिक उपवास पर चले गए. छात्र संघ भवन पर उपवास पर बैठे छात्रों की मांग है कि आरोपित कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया जाए और उसकी संस्था को सीज किया जाए.

सोमवार को इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के विधि के छात्रों और शहर के मनमोहन पार्क पर स्थित एक कोचिंग संचालक के बीच विवाद हो गया था. जिसको लेकर प्रतियोगी छात्रों के द्वारा कर्नलगंज थाने में कोचिंग संचालक के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था. वहीं कोचिंग संचालक की गिरफ्तारी को लेकर कल शहर में छात्रों के दो गुट आमने-सामने आ गए थे. कोचिंग संचालक के ऊपर कोई कार्यवाही न होने पर विश्वविद्यालय के छात्र सामूहिक उपवास पर चले गए. उपवास पर बैठे छात्रों का कहना था कि कोरोना महामारी के चलते एक ओर जहां सभी संस्थान बंद हैं फिरभी कोचिंग संस्थान धड़ल्ले से चल रहे हैं, और जिला प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है.

उपवास पर बैठे छात्र नेता नीरज प्रताप सिंह ने बताया कि वह कोचिंग संचालक के विरोध में उपवास पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि हम एक जनवरी को सभी छात्र पदाधिकारी रणनीति तय करेंगे और आने वाली दो जनवरी को सभी पार्टियों से जुड़े छात्रों की सभा बुलाई जाएगी. जिसमे ऐसे कोचिंग संचालकों के खिलाफ अभियान छेड़ा जाएगा. साथ ही साथ जिला प्रशासन अगर कोचिंग संचालक को गिरफ्तार कर उसके संस्थाओं को सीज नहीं करता तो अनिश्चितकाल के लिए सभी छात्र पदाधिकारी आमरण अनशन पर जाएंगे और वह तब तक नहीं अनशन तोड़ेंगे जब तक कोचिंग संस्थान सीज नहीं कर दिए जाते.

ABOUT THE AUTHOR

...view details