प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल विश्वविद्यालय में करीब तीन माह देरी से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. विश्वविद्यालय प्रशासन का तर्क है कि यूजीसी की वजह से प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने में देर हुई है. अब इलाहाबाद सेंट्रल विश्वविद्यालय में 11 सितम्बर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. स्नातक, परास्नातक में प्रवेश पाने में इच्छुक छात्र-छात्राएं शनिवार से 3 अक्टूबर तक आवेदन कर सकते हैं. प्रवेश के लिए सभी छात्रों को ऑनलाइन आवेदन ही करना होगा. वहीं, प्रवेश प्रक्रिया में विलंब होने से छात्रों में गुस्सा है. छात्रों का कहना है इतनी देर से प्रवेश प्रक्रिया शूरू हो रही है, ऐसे में छात्रों का कोर्स समय से पूरा नहीं होगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की है. इसी प्रशासनिक लापरवाही की वजह से छात्रों का भविष्य खराब होगा.
विश्वविद्यालय में सत्र 2021-2022 में प्रवेश के लिए आवेदन तीन महीने देरी से शुरू किया जा रहा है. 11 सितम्बर से विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो रहा है. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 3 अक्टूबर तक चलेगी. इसके बाद अक्टूबर के दूसरे हफ्ते से प्रवेश परीक्षा शुरू होगी. विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि प्रवेश प्रक्रिया पूरी करके 19 अक्टूबर से पढ़ाई शुरू करवा दी जाएगी. हालांकि छात्रों को देर से सत्र शुरू होने की वजह से समय से कोर्स पूरा होने की उम्मीद नहीं दिख रही है. इसके लिए छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार बता रहे हैं.
यूजीसी से निर्देश मिलने के बाद अब इलाहाबाद सेंट्रल विश्वविद्यालय ने अपने स्तर से प्रवेश परीक्षा कराए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके तहत 11 सितम्बर से 3 अक्टूबर तक छात्र प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. वहीं, शोध के लिए होने वाली क्रेट प्रवेश परीक्षा की तारीख अभी तय नहीं की गई है. हालांकि एडमिशन सेल के निदेशक का दावा है कि जल्द ही क्रेट परीक्षा की भी तारीख का एलान कर दिया जाएगा. क्रेट की परीक्षा बाद में इसलिए करवाई जाएगी, क्योंकि क्रेट की परीक्षा सिर्फ ऑफलाइन मोड में होना है. वहीं, इलाहाबाद सेंट्रल विश्वविद्यालय के पुराने छात्रों का भी कहना है कि अभी तक विश्वविद्यालय में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि प्रवेश परीक्षा का आयोजन अक्टूबर में किया जाए और कक्षाएं अक्टूबर के अंत में शुरू हों.