प्रयागराज:राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक शुरू हो गई. बैठक की शुरूआत संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके की गई. साथ ही कार्यकारी मंडल की बैठक में चर्चा शुरू करने से पहले देश के लिए कार्य करने वाले दिवंगत हुए हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई, जिसमें सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती समेत अन्य क्षेत्रों के लोग शामिल हैं.
भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत. 19 अक्टूबर तक चार दिनों में कई सत्रों में यह बैठक होनी है. इसमें विजय दशमी पर संघ के नागपुर स्थित मुख्यालय से संघ प्रमुख के उदबोधन में कहे गए सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा कर उसको अमल में लाने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी. इसके साथ ही संघ के स्थापना में 100 पूरे होने पर 2025 में किस तरह के और क्या-क्या आयोजन किए जाने हैं. उनपर भी विस्तार से चर्चा होगी.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की हर साल होने वाली अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक आज से 19 अक्टूबर तक संगम नगरी प्रयागराज में चलेगी. 4 दिनों तक होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत बुधवार की शाम ही प्रयागराज पहुंच गए थे. उन्होंने 4 दिनों की बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा की जानी है. उन एजेंडों को तय कर लिया है, जिसपर संघ के देश भर से आए पदाधिकारियों के साथ चर्चा करके उसे जनता तक पहुंचाने की रणनीति बनाई जाएगी. संघ के उन मुद्दों से जनता को सीधे कैसे जोड़ा इसकी रूपरेखा इन चार दिनों की बैठक में बनेगी.
19 अक्टूबर तक चलेगी अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल की बैठक
चार दिनी इस बैठक में नागपुर से दिए गए विजय दशमी के संघ प्रमुख के उदबोधन में शामिल सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी. जिसमें देश में चल रहे जनसंख्या असंतुलन के मुद्दे पर मुख्य रूप से चर्चा होगी. इसके साथ ही मातृभाषा में शिक्षा के विषय पर भी प्रमुखता के साथ संघ से जुड़े लोग अपनी राय रखेंगे. इसके अलावा स्थापना दिवस पर बोली गयी सभी बातों पर विस्तार से चर्चा कर आगे का निर्णय लिया जाएगा. जिसमें वर्तमान समय में देश में चल रही समसामयिक विषयों पर भी चर्चा की जाएगी. साथ ही महिला सहभाग को बढ़ाए जाने और समाज के सभी वर्गों से संवाद स्थापित करने के लिए चर्चा कर आगे की रणनीति बनेगी. इसके अलावा इस बैठक में सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिए जाने के विषय पर भी बैठक में विस्तार से चर्चा होनी है. इन सभी विषयों के अलावा 2025 में संघ की स्थापना के सौ साल पूरे होने के अवसर पर देश भर में क्या क्या आयोजन होने हैं. उन सभी आयोजनों से आम लोगों को कैसे जोड़ना और उनकी सहभागिता बढ़ाना है उस पर विस्तार से बात की जाएगी. इसके साथ ही शताब्दी वर्ष समारोह से पहले संघ की 55 हजार शाखाओं के विस्तार कर उनकी संख्या को एक लाख तक पहुंचाने का जो लक्ष्य रखा गया है. उसे 2024 तक कैसे पूरा करना है. इस पर सभी स्थानों से आए पदाधिकारियों की राय ली जाएगी. जिसके बाद इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए किस तरह से कार्य करना है उस रानीनित पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी.
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश भर से आ रहे हैं पदाधिकारी
अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल की बैठक में संघ रचना के सभी 45 प्रांतों के प्रांत संघचालक, कार्यवाह और प्रचारक एवं सह शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं, जिसमें मुख्य रूप से सरसंघ चालक मोहन भागवत के साथ ही सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले भी शामिल हैं. सभी सहसरकार्यवाह एवं अन्य अखिल भारतीय अधिकारियों सहित कार्यकारिणी के सदस्य भी पहुंच गए हैं. कुछ लोग जो किसी कारण से नहीं पहुंच सके हैं वो सत्र शुरू होने तक पहुंच जाएंगे. इस बैठक को लेकर कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पुलिस पीएसी के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात की गई है.
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