प्रयागराज :अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां चारो तरफ दहशत का माहौल है. वहां से आ रही दिल दहलाने वाली तस्वीर लोगों को विचलति कर दे रही हैं. ऐसे में इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के नाम से मशहूर नैनी के महेवा स्थित शुआट्स डीम्ड यूनिवर्सिटी (SHUATS University of Prayagraj) में पढ़ने वाले अफगानी छात्र (Afghan students) काफी परेशान हैं. इन छात्रों का कहना है कि, उनका बीते कई दिनों से अपने परिवार से संपर्क नहीं हो रहा है. ऐसे में इन छात्रों ने भारत सरकार (Indian government) से मदद की गुहार लगाई है.
प्रयागराज के शुआट्स डीम्ड यूनिवर्सिटी में (SHUATS University of Prayagraj) अफगानिस्तान (Afghanistan) के रहने वाले 8 छात्र पढ़ते हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि इनमें से कुछ अफगानी छात्र पिछले 3 वर्षों से यहां रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. इन में कुछ छात्र एग्रोनामी में एमएससी कर रहे हैं और कुछ छात्र एमटेक और पीएचडी कर रहे हैं. इंटरनेशनल छात्रों को यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से हॉस्टल मुहैया कराया जाता है, उसी में ये छात्र रहते हैं. कोविड की वजह से बीते 2 वर्षों से नए छात्र नहीं आ पाए है और मौजूद समय में जो छात्र हैं उनमें से कई की पढ़ाई इस वर्ष पूरी हो जाएगी. जिसके बाद वे अपने मुल्क अफगानिस्तान वापस लौट जाते, लेकिन इस वक्त वहां के जो हालात हैं उससे अफगानी छात्र काफी परेशान हैं और डिप्रेशन में आ गए हैं.
अफगानी छात्रों की आंखों से छलका दर्द
शुआट्स डीम्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अफगानी छात्र (Afghan student) सफीउल्लाह सन इब्राहिम ने बताया की 3 दिनों से अफगानिस्तान के जो हालात हैं वो काफी भयावह हैं. ऐसे हालात में उनका परिवार से संपर्क नहीं हो पा रहा है. उनका परिवार और देश मुसीबत में है और मानसिक तनाव काफी बढ़ गया है, जिसकी वजह से वह पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं. इसके साथ ही छात्र सफीउल्लाह भारत सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहते हैं कि, भारत देश और अफगानिस्तान के बीच बहुत अच्छा संबंध रहा है. इंडियन गवर्नमेंट ने हमेशा अफगानी लोगों का साथ दिया है. उन्हें उम्मीद है कि इस बार भी भारत सरकार उन्हें अकेला नहीं छोड़ेगी.
अफगानी छात्रों के साथ विश्वविद्यालय के अधिकारी वहीं, अफगानी छात्र जाकिर्उल्ला फजली का कहना कि अपने मुल्क के हालात को देखते हुए वो काफी डिप्रेशन में हैं. घर वालों से संपर्क नहीं हो पा रहा है, इंटरनेट के माध्यम से दोस्तों से संपर्क हुआ और पता चला कि वहां अभी 24 घंटे डर का माहौल बना हुआ है. यहां पर आना अभी उचित नहीं है. हम दुआ कर रहे हैं कि हमारे मूल के लोग सब सुरक्षित रहें और सभी लोग सुकून से रहें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में वह खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रहे है. भारत के लोग बहुत अच्छे हैं. हमारी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हमेशा मेरा हौसला बढ़ाते हैं. जाकिर्उल्ला ने कहा कि उन्हें इंडिया गवर्नमेंट पर पूरी तरह विश्वास है. उन्हें भरोसा है कि भारत सरकार उनकी मदद करेगी.
वहीं, शुआट्स डीम्ड यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल हॉस्टल के वार्डन मोहम्मद माजिद के मुताबिक अफगानी छात्रों की लगातार काउंसलिंग की जा रही है. उनका मेंटल डिप्रेशन दूर करने की कोशिश की जा रही है. कोविड के कारण हॉस्टल बंद होने के वजह से वह बाहर रह रहे हैं, इसलिए उनको फाइनेंशियल मदद की जा रही है. 24 घंटा हम लोग संपर्क में रहते हैं. फैमिली को लेकर अफगानी छात्र परेशान चल रहे हैं. फिलहाल हम लोग सभी छात्रों को हर तरीके की मदद मुहैया कराने का भरोसा दिलाया जा रहा है. पूरी यूनिवर्सिटी दुआ कर रही है कि, इनकी फैमिली पूरी तरह सुरक्षित रहे.
उधर, शुआट्स डीम्ड यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल एजुकेशन डायरेक्टर स्टीफन दास का कहना है अफगानी छात्रों को काउंसलिंग की जा रही हैं और उनको पूरा सपोर्ट दे रहे हैं. हम लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इनकी फैमिली से इन लोगों की बात करा दें, इसलिए हम लोग लगातार एंबेसी से भी संपर्क किए हुए हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन हर प्रकार का सपोर्ट दे रही है. लेकिन, अभी तक किसी का कोई संपर्क नहीं हो पाया है. परिवार वालों से संपर्क ना हो पाने की वजह से छात्र मानसिक तनाव में हैं. पिछले चार-पांच दिनों से ठीक से सो नही पा रहे हैं.