प्रयागराज: उत्तर प्रदेश शासन के दिशा निर्देश पर अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे बुधवार को प्रयागराज दौरे पर थे. दौरे पर पहुंचे डॉक्टर दुबे ने कोविड-19 संक्रमण को लेकर के जनपद प्रयागराज में हो रहे इलाज और जांच के संबंध में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के साथ उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें इस महामारी से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. साथ ही जरूरी दिशा निर्देश दिए गए.
जानकारी देते अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा. अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे ने जनपद में कोरोना वायरस से निपटने के लिए होने वाली जांच, भर्ती मरीजों और आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के देखभाल की समीक्षा की. साथ ही जांच बढ़ाने के निर्देश दिए, जिससे कोरोना संक्रमण की चैन को जल्द से जल्द तोड़ा जा सके.
उन्होंने मोबाइल जांच का दायरा बढ़ाने के लिए 17 नई मोबाइल जांच गाड़ियों को काम पर लगाने के दिशा निर्देश दिए. इसके जांच के लिए पहले 13 गाड़ियां थीं, जिसमें 17 गाड़ियां और बढ़ जाने से अब कुल 30 गाड़ियां जनपद में संक्रमण की जांच करेंगी.
डॉक्टर दुबे ने बताया कि प्रयागराज में कोरोना के मरीजों की संख्या तो बढ़ रही है, किंतु यहां पर मृत्यु दर 1.4 है. उन्होंने कहा कि यह बात जरूर है कि जांच के बाद अब मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन इससे बहुत अधिक घबराने की जरूरत नहीं है. हमारा प्रयास है कि हम ज्यादा से ज्यादा जांच करें और कम से कम मृत्यु होने दें.
उन्होंने बताया कि बैठक में सर्विलांस टीम को बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है. अभी तक जनपद में कुल 350 सर्विलांस टीम नजर बनाए हुए थी, जो अब बढ़कर 600 कर दी गई हैं. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि जनपद प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल में सुपर से सिटी वार्ड बनकर तैयार हो गया है और जल्द उसका उद्घाटन होगा. उसमें भी कोरोना वायरस का इलाज किया जा सकेगा. इसके लिए जल्द ही उद्घाटन की तिथि तय की जाएगी.
बैठक के बाद उन्होंने एसआरएम हॉस्पिटल का निरीक्षण भी किया. अस्पताल में सैनिटाइजर के उपयोग मानक दूरी का पालन कराने का सख्त दिशा निर्देश दिया.
डॉक्टर दुबे ने अपील की है कि किसी भी व्यक्ति को थोड़ी सी भी परेशानी हो तो वह सांस में अवरोध की प्रतीक्षा न करके तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, जिससे सही समय पर उसको उपचारित किया जा सके.