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प्रयागराज: रैगिंग के आरोप में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 10 छात्र निलंबित

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Published : Oct 23, 2019, 7:30 AM IST

इलाहाबाद विश्वविद्यालय से रैगिंग का मामला सामने आया है. विश्वविद्यालय के बीएएलएलबी के सीनियर छात्र जूनियर छात्रों को हॉस्टल में बुलाकर उनके साथ अभद्रता करते थे, जिसकी वजह से 10 छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है.

विश्वविद्यालय प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई.

प्रयागराज:इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सीनियर छात्रों के द्वारा अपने जूनियरों छात्रों की रैगिंग करने का मामला एक बार फिर से सामने आया है. विश्वविद्यालय के शताब्दी हॉस्पिटल के छात्रों के द्वारा की गई शिकायत पर आरोपी 10 छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है. निलंबित सभी छात्रों को अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब महीने भर के अंदर प्रॉक्टर कार्यालय में देना होगा.

विश्वविद्यालय प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई.
रैगिंग कर छात्रों को किया जा रहा था परेशानइलाहाबाद विश्वविद्यालय के शताब्दी हॉस्टल में रह रहे छात्रों के द्वारा गुलाम शासक कार्यालय में शिकायत की गई थी. यहां के बीएएलएलबी के छात्रों के द्वारा उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है. इस मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रो. रामसेवक दुबे ने मामले की जानकारी ली और जांच की गई तो मामला सत्य पाया गया. इस पर रैगिंग कमेटी की बैठक में आरोपी सभी छात्रों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.

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निलंबित किए गए छात्र
प्रोफेसर राम सेवक दुबे की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि यह अपराध गंभीर श्रेणी में आता है, इसलिए आरोपी छात्रों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जा रहा है. इसमें जिन छात्रों को निलंबित किया गया है, उसमें बीएएलएलबी द्वितीय वर्ष के छात्र गौतम, आनंद अपूर्व राज, अभिषेक कुमार तिवारी हैं. वहीं तृतीय वर्ष के छात्र निर्भय सिंह, शेखर श्रीवास्तव, सुजीत कुमार अग्रहरी, अविनाश कुमार, चौथे वर्ष के छात्र वैभव आनंद और बीएएलएलबी पांचवें वर्ष के छात्र गोपालनाथ करना एवं राहुल वर्मा शामिल हैं.

सीनियरछात्र जूनियर छात्रों के साथ करते थे अभद्रता
छात्रों के ऊपर यह आरोप है कि वह अपने जूनियरों छात्रों को पूरी रात हॉस्टल में बैठा कर रखते थे और उनके साथ अभद्रता एवं गाली-गलोज करते थे. सभी जूनियर छात्रों ने इसकी शिकायत मानव संसाधन विकास मंत्रालय में की थी. शिकायत दर्ज होने के बाद प्रोफेसर रामसेवक दुबे ने हॉस्टल में जूनियर छात्रों के साथ एक बैठक की थी, जिसमें उन्होंने मामले की जांच हॉस्टल के अधीक्षक को सौंपी थी.

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