प्रयागराज: माघ मेला क्षेत्र में चल रहे 9 दिवसीय किसान मेले का रविवार को समापन हो गया. मेले का समापन प्रयागराज परिक्षेत्र के आईजी रविंद्र प्रताप सिंह के संबोधन के साथ हुआ. नौ दिवसीय किसान मेले में प्रयागराज सहित आस-पास के जिलों से आए लगभग 15 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया. कृषि वैज्ञानिकों और कृषि सलाहकारों ने उनसे जैविक खेती करने और कम से कम रसायन का उपयोग करने पर बल दिया.
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज कवीन्द्र प्रताप सिंह ने संबोधित करते कहा कि "वर्तमान समय में शिक्षा ही शक्ति है. यदि शिक्षा नहीं है तो कृषि के साथ-साथ किसी भी विधा में उन्नति संभव नहीं है. बदलते दौर में नवीन प्रयोगों के साथ खेती करना आवश्यक हो गया है." उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा की "आप सभी जागरूक बने और कृषि विभाग के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ उठाते हुए उन्नत खेती की ओर ध्यान दें." उन्होंने मेले में आए हुए स्टॉल्स फार्मा मशीनरी का निरीक्षण भी किया और किसानों को यह जानकारी देते हुए बताया कि कृषि विभाग में 50 से 80 फीसदी तक अनुदान वाले कृषि यंत्र मौजूद हैं.
किसान मेला का हुआ समापन, 15 हजार किसानों ने लिया हिस्सा - Magh Mela 2021
प्रयागराज के माघ मेला क्षेत्र में किसान मेले का रविवार को समापन हो गया. किसान मेले में लगभग 15 हजार से अधिक किसानों ने हिस्सा लिया.
इस अवसर पर बांदा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर यूएस गौतम ने महिला सशक्तिकरण पर अपना संबोधन देते हुए कहा कि "आज कृषि क्षेत्र में महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और नई नई विधाओं से खेती करके आत्मनिर्भर बन रही हैं. देश में 49 फीसदी जनसंख्या महिलाओं की है, लेकिन अभी उनकी सहभागिता जनसंख्या के अनुपात में नहीं है. सरकार इनकी सहभागिता बढ़ाने पर कार्य कर रही है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कृषि में महिलाओं की भागीदारी के लिए बुंदेलखंड में 84 गांव का एक जैविक क्लस्टर तैयार किया गया है, जिसमें प्रत्येक कृषक का तीन से चार लाख वार्षिक आय बढ़ाने का लक्ष्य लिया गया है.
समापन अवसर पर नौ दिवसीय किसान मेला के आयोजक और उप कृषि निदेशक प्रयागराज विनोद कुमार शर्मा ने कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी. प्रयागराज प्रदेश में समस्त योजनाओं में सबसे अधिक अनुदान वितरित करने वाला जनपद बन गया है.