प्रतापगढ़ः अब शहरों की तर्ज पर गांव में भी कूड़ा प्रबंधन की सुविधा रहेगी. जिसके लिए आबादी के आधार पर ओडीएफ घोषित हो चुके गांव में ये सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए जनपद से 58 गांवों का चयन किया गया है.
डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देश को खुले में शौच मुक्त घोषित किया था. इसके बाद साबरमती से स्वच्छ भारत दिवस की शुरुआत की थी. जिसके बाद शहर की तर्ज पर गांवों में स्वच्छता को लेकर कूड़ा अपशिष्ट का प्रबंधन की शुरुआत की गई. इस योजना के तहत जनपद की 1193 ग्राम पंचायतों में से ओडीएफ घोषित हो चुके 58 गांवों का चयन किया गया है. यहां पर खुले में शौच मुक्त होने के बाद ओडीएफ घोषित गांवों में अपशिष्ट कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था शहर की तर्ज पर करने की तैयारी है. इस योजना के आधार पर गांवों में शासन द्वारा बजट आवंटित किया जाएगा.
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इस योजना के तहत गांवों में सूखे और गीले कूड़े की अलग-अलग प्रबंधन किया जाएगा. जिसमें गीले कूड़े में रसोई की अवशेष और फल सब्जी के निस्तारण के लिए वार्ड वार कमपोजिट योजना बनाई जाएगी. जहां पूरा प्रबंधन बनने के बाद गांव में कूड़ा करकट ग्राम प्रधान की मदद से पहुंचाया जाएगा. जिससे कि गांव में साफ-सफाई की सुविधा रहेगी. डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी ने बताया कि चिन्हित किए गए गांव में कूड़ा प्रबंधन बनाया जाएगा.
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