प्रतापगढ़ :तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान के बाद अब तेलंगाना में एक विश्वविद्यालय की ओर से जारी पत्र ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. पत्र में छात्रों को सनातन धर्म को मिटाने के बारे में एक भाषण तैयार करने को कहा गया है. प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक एवं जनसत्ता लोकतांत्रिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने इस पत्र को ट्वीट करते हुए कड़ा विरोध जताया है.
क्या कहा राजा भैया ने :राजा भैया ने इस पत्र को ट्वीट करते हुए लिखा है, 'व्यक्ति विशेष से विरोध हो सकता है, विचारधाराओं के विरोध भी स्वीकार्य है, हमारे लोकतंत्र में, पर जब पूरे हिन्दू धर्म को समाप्त करने की बात कोई राजनैतिक दल करे तो आम जनमानस को मुखर होना होगा. मा. सर्वोच्च न्यायालय कृपया स्वतः संज्ञान ले.'
उदयनिधि स्टालिन के बयान पर जताई थी आपत्ति :राजा भैया ने इसके पहले भी उदयनिधि स्टालिन के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि भरी सभा में सनातन धर्म को समाप्त करने की बात कही गई, हर भारतवासी को इसका मुखर विरोध करना चाहिए. ये बयान हिन्दुओं के प्रति डीएमके (DMK) की घृणा को दर्शाते हैं. I.N.D.I.A. गठबंधन DMK से सहमत है या उसे निकाल बाहर करेगा. चुनाव होने हैं, स्थिति स्पष्ट करनी होगी.
बयानों से गरमाई सियासत :बीते दिनों मध्य प्रदेश के सागर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने सनातन धर्म पर हो रही सियासत पर प्रतिक्रिया दी थी. उनके बयान के बाद सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है.
यह भी पढ़ें : राजा भैया की पत्नी भानवी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, पुलिस ने नोटिस भेज कर मांगे आरोपों के सबूत
यह भी पढ़ें : जगतगुरु परमहंस आचार्य का ऐलान, उदयनिधि स्टालिन का सिर काटने पर देंगे 10 करोड़ रुपये