प्रतापगढ़:जिले में कभी मायावती सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना में शामिल रही कांशीराम शहरी आवासीय योजना, योगी सरकार में अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है. जोगापुर के पाल स्थित कांशीराम आवासीय कॉलोनी में अव्यवस्थाओं की भरमार है. कॉलोनी की सड़कों पर जलजमाव और गंदगी स्वच्छता अभियान की पोल खोल रहा है, तो वहीं यहां के निवासियों को पीने के पानी के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है.
कांशीराम कॉलोनी में जीना दूभर कांशीराम आवास योजना का हाल
कांशीराम आवासों में न तो साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था है और न ही शुद्ध पेयजल आपूर्ति है. इस कोरोना काल में जहां 'स्वच्छता ही बचाव' है, का नारा बुलंद किया जा रहा है, वहीं जोगपुर स्थित आवास योजना के लोग गंदगी के बीच रहने को मजबूर हैं. यहां रह रहे एक हजार से ज्यादा परिवार के लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.
मायावती सरकार में मिला था आवास
कांशीराम आवास में रह रहे लोगों ने बताया कि उन्हें मायावती सरकार में यह आवास मिला था. उस वक्त सारी सुविधाएं उपलब्ध थीं. सरकार बदलने के बाद सब बदहाल हो गया. यहां न तो साफ-सफाई के लिए नगरपालिका की तरफ से कोई सफाईकर्मी आता है, न ही पीने का शुद्ध पानी मिल रहा है, जबकि पहले जब मायावती सरकार थी, तो रोजाना इन कॉलोनियों में साफ-सफाई होती थी. अब कॉलोनियों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है. लोगों ने बताया कि इस कॉलोनी में आने-जाने वाले प्रमुख संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. बारिश के जैसे अभी स्थिति बद से बदतर देखी जा रही है. जल निकासी की सुविधा न होने के चलते कीचड़ युक्त और पानी भरे रास्तों से गुजरना पड़ रहा है. कभी-कभी लोग गिरकर घायल भी हो जा रहे हैं.
08 में से 07 हैंडपंप हैं खराब
आवासीय योजना में रह रहे लोगों के लिए इस कॉलोनी में इंडिया मार्का हैंडपंप की बोरिंग कराई गई थी, जिससे लोगों को शुद्ध पीने का पानी मुहैया कराया जा सके, लेकिन वर्तमान में 08 में से 07 हैंडपंप खराब हो चुके हैं, 01 शेष सही हैंडपंप से ही पूरे आवास के लोग पानी पी रहे हैं. गर्मी का सीजन आ चालू हो गया है. इसके बाद भी किसी हैण्डपम्प की मरम्मत नहीं कराई गई.
कांशीराम आवास योजना में अव्यवस्थाओं की भरमार
वहीं, काशीराम कॉलोनी में रह रहे छोटू बताते हैं कि जो भी कर्मचारी आते हैं. बिना पैसा लिए काम नहीं करते हैं और यहां सबसे ज्यादा गंदगी हैं, जो कि कैंपस से लेकर के लोगों के घर तक पानी भरा हुआ है. कई बार अधिकारियों को इसके बारे में सूचना दी गई लेकिन मामला जस का तस बना हुआ है. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा गंदगी वाला क्षेत्र यह काशीराम कॉलोनी बन गया है. वहीं, काशीराम कॉलोनी में रह रही जदा बानो का कहना है कि जब से मायावती की सरकार गई है उसके बाद से यहां साफ सफाई नहीं हो रही है. वहीं काशीराम कॉलोनी में रह रही शमशीर जहां का कहना है कि जब से मायावती की सरकार गई है उसके बाद से यहां साफ सफाई नहीं हो रही. पिछड़ी जाति की वजह से यहां ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
बोले जिम्मेदार
इस पर जब नगर पालिका के ईओ मुदित सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हैंडपंप जल विभाग के अन्तर्गत है, जबकि कोरोना काल में जब कोई घर से बाहर नहीं निकल रहे थे तो उस समय हम पूरे संसाधन लेकर के हम लोग झाड़ू लगाया और लोगों को मोटिवेट किया है. उन्होंने कहा कि वहां के निवासी हमारे साथ नहीं आए और न ही साफ सफाई करने में साथ दिया. उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी महोदय को इस बारे में जानकारी दी गई है. जल्द से जल्द नगर पालिका कॉलोनी की साफ-सफाई और मरम्मत कराया जाएगा.