प्रतापगढ़ः कोरोना महामारी में जिला अस्पताल में बेड खाली नहीं है. जिला अस्पताल में भी ऐसे मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा है जो शुगर के पेशेंट और दुर्घटना में गंभीर मामलों में घायल हों. बेड न होने की वजह से मरीजों को स्ट्रेचर पर ही डॉक्टर इलाज कर रहे हैं. इमरजेंसी वार्ड पूरी तरह से फुल हो गया है.
नहीं खाली मिला बेड तो स्ट्रेचर पर शुरू किया इलाज
प्रतापगढ़ जिला अस्पताल में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा है. इस वजह से मरीजों का बेड की जगह स्ट्रेचर पर ही इलाज किया जा रहा है. सीएमएस का कहना है कि मरीज की जान बचाना पहली प्राथमिकता होती है.
भूपियामऊ से मरीज के साथ आए बजरंगी ने बताया कि मेरी मां का शुगर हाई हो गया है. उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराए आधे घंटे से ज्यादा हो गया है. स्ट्रेचर पर लिटा कर के ही इलाज किया जा रहा है. सीएमएस पीपी पांडे ने बताया कि इस समय जो भी मरीज आ रहे हैं. सबको एक ही समस्या है, सांस लेने की दिक्कत हो रही है. जब मरीज को स्ट्रेचर से लेकर अस्पताल आते हैं तो डॉक्टर सबसे पहले उनको ऑक्सीजन और ट्रीटमेंट करने लगते हैं. ऐसे में यह नहीं कह सकते कि जिला अस्पताल में बेड नहीं खाली, बेड पर्याप्त मात्रा में है, लेकिन मरीज का सबसे पहले इलाज किया जाता है. जिससे कि उनकी जान बचाई जा सके.