प्रतापगढ़: जनपद में ग्रामीण इलाकों में जिंदगी अब पटरी पर लौट रही है. कोरोना के खतरे जिन शहरों में कम हुए हैं, वहां सरकार ने कुछ छूट दी है, जिसका असर जिले में भी दिखने लगा है. अफसरों के आदेश के चलते बीडीओ स्वयं ग्राम पंचायतों में पहुंचकर अपनी मौजूदगी में निर्माण कार्य प्रारंभ करा रहे हैं.
प्रतापगढ़: 28 दिन बाद पटरी पर लौटी मनरेगा मजदूरों की जिंदगी
कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है. यूपी के कुछ जिलों में 20 अप्रैल के बाद से छूट दी गई है. प्रतापगढ़ जिले की 374 ग्राम पंचायतों में मनरेगा का कार्य शुरू हो गया है, जिससे मजदूरों की जिंदगी पटरी पर लौट रही है.
जिले के अधिकांश ग्रामपंचायतों में तालाबों को सुधारने का काम शुरू हुआ है. भीषण गर्मी के चलते जल स्तर को मेनटेन रखने के लिए तालाबों में पानी भरने का निर्देश दिया गया है. जिले के गौरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत रामनगर में खण्ड विकास अधिकारी विजय पाण्डेय की मौजूदगी में मनरेगा मजदूरों ने काम शुरू किया. इस दौरान मनरेगा मजदूरों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया.
बीडीओ विजय पाण्डेय ने बताया कि जहां भी मनरेगा का कार्य चल रहा है, वहां साबुन, पानी की व्यवस्था की गई है. 374 ग्राम पंचायतों में मनरेगा का कार्य प्रारंभ हो गया है. वहीं जो भी मजदूर काम कर रहे हैं, उन्हें हर सप्ताह मजदूरी दे दी जाएगी. इस दौरान सभी मजदूर मास्क लगाकर काम करें, इसलिए उन्हें मास्क वितरित किया गया है.