प्रतापगढ़ःजिले के बीएसएफ शहीद जवान शिव बहादुर का राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बड़नपुर में अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के शव को बीएसएफ के ट्रक से उनके साथी जवान जब उनके घर पहुंचे तो पूरे गांव में मातम पसर गया. इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद बीएसएफ जवान शिव बहादुर को अंतिम विदाई दी गई. शहीद के अंतिम यात्रा में भारी हूजूम उमड़ पड़ा.
बीएसएफ शहीद जवान शिव बहादुर के परिवार को सांत्वना देने के लिए सरकार की तरफ से सूबे के राज्यमंत्री राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, सांसद, विधायक पहुंचे वहीं मौके पर प्रशासन की तरफ से डीएम डॉ. नितिन बंसल, एसपी सतपाल अंतिल समेत प्रशासनिक अमले के कई अफसर मौजूद रहे. जवान के अंतिम यात्रा में ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. हर कोई अंतिम यात्रा में शामिल होकर उनको भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए आतुर दिखा.
मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने परिजनों को 50 लाख का चेक सौंपा, साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और गांव की एक सड़क का नाम शहीद शिव बहादुर के नाम पर रखने की घोषणा की. शुक्रवार को सीएम योगी ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए जवान के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी. डीएम डॉ. नितिन बंसल ने बताया कि शहीद के परिवार को सरकार की तरफ 50 लाख की आर्थिक सहायता दी गई है. जिसमे 35 लाख शहीद की विधवा और 15 लाख रूपये का चेक शहीद के पिता को दिया गया है.
शिव बहादुर सिंह (53) बीएसएफ में एएसआई के रूप में बंगाल के कूंच बिहार में तैनात थे. यहां ड्यूटी के दौरान वो शहीद हो गए. उनके पिता वंश बहादुर सिंह आर्मी में हवलदार के पद से 1979 में रिटार्यड हुए थे. शव घर पहुंचने के बाद शहीद के परिजनों और उनकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों का कहना है कि ड्यूटी के दौरान ठंड लगने से शिव बहादुर सिंह शहीद हो गए.
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