प्रतापगढ़: शारदीय नवरात्र का पर्व शनिवार से शुरू हो रहा है. जिले में पंडाल सजाने वाली दुर्गा पूजा समितियों को देवी प्रतिमाएं खोजे नहीं मिल रही हैं. ऐसे में समिति के पदाधिकारी अब मूर्तियों के लिए गैर जनपद के चक्कर लगा रहे हैं. जिले में मूर्तिकारों का अभाव और समय कम मिलने से इस बार दुर्गा पूजा पंडाल और मूर्तियां कम दिखाई पड़ने वाली हैं.
आमतौर पर नवरात्र के तीन महीने पूर्व मूर्तिकार देवी प्रतिमाएं बनाने में जुट जाते हैं. अगस्त में बुकिंग भी शुरू हो जाती है. मगर इस बार कोरोना के चलते शारदीय नवरात्र में दुर्गा पूजा, उत्सव और रामलीला मंचन को लेकर असमंजस की स्थिति थी. इस कारण देवी प्रतिमाएं बनाने वाले बंगाल के कारीगर भी जिले में डेरा नहीं डाले. और तो और जिले के मूर्तिकार भी आर्डर न मिलने से प्रतिमाओं को इस बार आकर नहीं दे सके. असमंजस में रहे मूर्तिकारों को देर से शासन का आदेश मिला. नवरात्र से पहले दुर्गा पूजा और रामलीला के आयोजन को लेकर शासन ने प्रतिबंधों के साथ आयोजन की अनुमति दे दी. इसके बाद स्थानीय मूर्तिकारों को आर्डर तो मिलने शुरू हुए, लेकिन समय कम होने से उन्होंने भी हाथ खड़ा कर दिए. ऐसे में मूर्तियों की कमी बनी हुई है.