प्रतापगढ़ :प्रतापगढ़ जिला जेल में बंद एक कैदी की मंगलवार को मौत हो गई. परिवार के लोगों ने बंदी के शरीर पर चोट के निशान मिलने का दावा है. उन्होंने बंदी की हत्या का आरोप लगाते हुए जेल प्रशासन पर आरोप लगाए हैं. वहीं जेल प्रशासन ने हार्टअटैक से मौत होने की बात कही है. बंदी हाईप्रोफाइल राजेश सिंह मर्डर केस में सजा काट रहा था.
जेल प्रशासन के मुताबिक हाईप्रोफाइल राजेश सिंह मर्डर केस में उमेश सिंह 7 सालों से सजा काट रहा था. हत्याकांड में उसे साल 2016 में जेल हुई थी. एक साल पहले ही उसे प्रयागराज के नैनी जेल से प्रतापगढ़ कारागार लाया गया था. मंगलवार की सुबह 11 बजे उमेश सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई. इसके बाद जेल प्रशासन आनन-फानन में उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचा. यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
वहीं परिवार के लोगों ने आरोप लगाया है कि उमेश का सिर फटा हुआ था, पेट में भी चोट लगी थी, गला दबाने के निशान भी थे, उसकी हत्या की गई है. बंदी के भाई आनंद सिंह ने बताया कि जेलर का फोन आया था. उन्होंने बताया कि नाश्ता करने बाद उमेश अचानक गिर गया. उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई. आनंद ने बताया कि उसका छोटा भाई रोहित भी उसी बैरक में बंद है. जेल प्रशासन ने उमेश को प्रताड़ित किया. जेल में बंद छोटे भाई से उनकी मुलाकात कराई जाए.
बता दें कि बाघराय इलाके के कमसिन तिराहे के पास राजेश सिंह की इनोवा कार पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ बम बरसा दिए थे. इस हमले में उनकी कार के चीथड़े उड़ गए थे. हमले में राजेश की भी मौत हो गई थी. राजेश सिंह को राजा भैया का करीबी बताया जाता था.
यह भी पढ़ें :एक ही परिवार के चार लोगों शव देख दहल उठा पूरा इलाका, पति-पत्नी समेत 2 मासूमों की हुई थी मौत