बैंक फ्रॉड रैकेट का आरोपी नित्यानंद दिल्ली से गिरफ्तार
प्रतापगढ़ के बैंक फ्रॉड रैकेट में शामिल झारखंड का रहने वाला आरोपी नित्यानंद दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है.
प्रतापगढ़ःजनपद के बैंक फ्रॉड रैकेट में शामिल आरोपी झारखंड के नित्यानंद को दिल्ली से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली में बैंक फैसिलटेटर के रूप में काम करने वाला नित्यानंद दिल्ली में पहले भी फ्रॉड के मामले में जेल जा चुका है. बैंक के नियमों की जानकारी का नित्यानंद लाभ उठाता था. नगर कोतवाली इलाके में दर्ज 35 लाख के फर्जी चेक के माध्यम से भुगतान लेने के मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस अभी बड़े नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई है.
दरअसल, बैंक में क्लोन चेक से 35 लाख निकलने के मामले में झारखंड के देवघर जिले के जसेड़ी थाना इलाके का मूल निवासी नित्यानंद सिंह नई दिल्ली के थाना मंडावली जोशी रोड से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपी दिल्ली में बैंक में फैसिलटेटर के रूप काम करता था और धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली में पहले भी जेल जा चुका है. अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी विद्यासागर मिश्र ने बताया कि क्लोन चेक के माध्यम से साइबर अपराध करते हुए लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के संबंध में जनपद प्रतापगढ़ के थाना जेठवारा अंतू और कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया था.
उन्होंने बताया कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी की गई थी. इसी क्रम में एक अन्य अभियुक्त नित्यानंद की गिरफ्तारी हमारी टीम द्वारा दिल्ली से की गई है. इसमें कोतवाली नगर के उप निरीक्षक सतीश कुमार के द्वारा गिरफ्तारी की गई है. पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि यह व्यक्ति बैंकिंग के काम से जुड़ा हुआ है और इसके पूर्व में भी यह इस तरह के अपराध में जेल जा चुका है. अन्य अपराधी जो इसमें संलिप्त है. उनकी गिरफ्तारी के संबंध में हमारी टीम द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है, शीघ्र ही अन्य अपराधी जो संलिप्त हैं उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करेंगे.
पकड़ा गया नित्यानंद बैंक में फैसिलटेटर के रूप में काम करता था और लोन दिलवाने से लेकर लोगों का सहयोग करने जैसे चेक विड्रॉल करना इत्यादि कार्य में लोगों का सहयोग करता था. यह मूलरूप से झारखंड का रहने वाला है. वर्तमान में दिल्ली में रहकर वह काम करता था, इस नेटवर्क से जुड़े हुए अन्य लोगों की तलाश जारी है.
गौरतलब है कि प्रतापगढ़ पुलिस ने बीते दिन आर्थिक अपराध का खुलासा करते हुए एक शातिर गैग का भंडाफोड़ किया था. यह गैंग शातिर अंदाज में बैंकों के खाते से रुपए उड़ाता था. इस गैंग ने करीब 125 करोड़ के फर्जीवाड़े को अब तक अंजाम दिया है. सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं से हुआ है. डीजीपी ने खुलासा करने वाले टीम को प्रशस्ति पत्र और 25 हज़ार रुपए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है.
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