प्रतापगढ़: जनपद में बीते शनिवार कोपट्टी कोतवाली इलाके में दो पक्षों में बवाल हो गया था. इस मामले में दो गुटों के लोग आमने-सामने हो गये थे. घटना में कई लोग घायल हुए और कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया था. इस मामले में अपना दल के दखल के बाद राजनीति शुरू हो गई है.
पीड़ितों से मिलने का अनुमति पत्र. केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने मामले में दखल देते हुए सोमवार को अपना दल का एक डेलिगेशन पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए भेजा. वाराणसी के सेवापुरी से विधायक नील रतन पटेल के नेतृत्व में आये इस प्रतिनिधिमंडल ने गोविंदपुर-परसठ गांव के पीड़ितों से मुलाकात की. हालांकि स्थानीय प्रशासन लॉकडाउन का हवाला देते हुए प्रतिनिधिमंडल को लोगों से मिलने नहीं दे रहा था. जिसके बाद पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की. अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद स्थानीय जिला प्रशासन ने देर शाम प्रतिनिधिमंडल को पीड़ितों से मिलने की अनुमति दी.
प्रतिनिधिमंडल में विधायक नील रतन पटेल के अलावा अपना दल के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रयागराज के सोरांव से विधायक डॉ.जमुना प्रसाद सरोज और पार्टी के अन्य लोग शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल ने बवाल के दौरान घायल हुए लोगों को इलाज के लिए एक लाख रुपये की नगद सहायता राशि दी. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने कहा कि प्रतापगढ़ के गोविंदपुर-परसठ गांव की घटना की जितनी निंदा की जाये कम है. दबंगों ने पिछड़ी जाति के किसानों के घर जला दिए. उनके ऊपर हमला किया. कई लोग बुरी तरह से घायल हैं. कई बेजुबां जानवरों को जला दिया गया.
30 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इस मामले में घटना के दिन से ही पार्टी का शीर्ष नेतृत्व गंभीर है. हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कई बार वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले में बात की. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़ा किया. उन्होंने मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 30 से अधिक अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.