प्रतापगढ़ः जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह (राजा भइया) को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करारा झटका दिया है. जिले में एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से जब राजा भइया की पार्टी से गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने राजा भइया को पहचानने से ही इंकार कर दिया. 25 नवंबर को राजा भइया सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मिलकर लौटे हैं. ऐसे में अखिलेश यादव की इस प्रतिक्रिया ने उन्हें करारा झटका दिया है. साथ ही अखिलेश यादव ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सपा अभी तक जितनी पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुकी है उन्हीं के साथ ही चुनाव लडे़गी. सपा प्रतापगढ़ की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
सपा जिला उपाध्यक्ष पप्पू यादव की बेटी के वैवाहिक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे अखिलेश यादव ने जिस अंदाज में मौजूदा गठबंधन को लेकर बात कही उससे लग रहा है कि वह फिलहाल राजा भइया की पार्टी से गठबंधन को लेकर इच्छुक नहीं हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लीक सरकार है. इस सरकार में ज्यादातर पेपर लीक ही हो रहे हैं.
सब लीक पेपर की जांच एसआईटी को दी जा रही है. पेपर लीक कराने वालों के संबंध भाजपा से हैं. कहा कि यह सरकार किसी नौजवान को नौकरी नही देना चाहती है. उन्होंने कहा कि प्रयागराज में जो चार हत्याएं हुईं हैं वह इसलिए हुईं हैं कि दलित परिवार चार सालों से रास्ता मांग रहा था लेकिन थाने, तहसील, डीएम किसी ने भी सुनवाई नहीं की. इस विवाद में चार हत्याएं हो गईं.
उन्होंने सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि बाबा मुख्यमंत्री बोल रहे थे की लैपटॉप देंगे. किसी को यहां लैपटाप मिला क्या. हमारे बाबा सीएम लैपटाप चलाना ही नहीं जानते हैं. कहा कि किसी किसान कों खाद नही मिल रही है. अब बोरियों में खाद कम मिलती है लेकिन पैसा उतना ही लिया जाता है. जनता ने भाजपा सरकार को हटाने का मन बना लिया है.