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शराब व्यवसायी से लूट के आरोप में 6 गिरफ्तार, जानिए पुलिस ने कैसे दबोचा - Pratapgarh news

प्रतापगढ़ में शराब व्यवसायी से लूटपाट की घटना में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए एक टीम गठित की गयी थी.

सतपाल अंतिल, एसपी प्रतापगढ़
सतपाल अंतिल, एसपी प्रतापगढ़

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Published : Nov 13, 2021, 6:42 PM IST

प्रतापगढ़ : नगर कोतवाली अंतर्गत बीते दिनों एक शराब व्यवसायी से करीब आठ लाख 25 हजार की लूटपाट की घटना सामने आयी थी. इस मामले में एसपी प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल ने एक स्वाट टीम का गठन किया जिसके बाद इस टीम ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने लगभग 54 हजार रुपये बरामद किए हैं. प्रतापगढ़ जिले के नगर कोतवाली थाना अंतर्गत बेल्हा देवी पुल के पास आरोपियों ने व्यवसायी की कैशियर बेल्हा देवी पुल के पास पहुंचा ही था कि लात मारकर गिरा दिया. इसके बाद ये लोग बाइक और रुपये लेकर फरार हो गए.

मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से वहां पर फूल बेचने वाले से पूछताछ की थी. घटना के बाद से इलाके में हड़कंप था. पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम गठित की. वहीं, पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर छापेमारी कर इन आरोपियों को कादीपुर पुल के पास से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के नाम राहुल सरोज, सिराज अली उर्फ छोटू, सनी खरवर, सौरव यादव, दिनेश कुमार वर्मा, जितेंद्र सरोज है.

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पुलिस ने गहनता से पूछताछ की तो इन लोगों ने बताया कि उन लोगों का एक गिरोह है. वे लोग डकैती और लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं. बरामद रुपये के संबंध में आरोपियों ने बताया कि पुल के पास से इन लोगों ने एक शराब व्यवसायी से सवा आठ लाख और उसकी मोटरसाइकिल लूटी थी.

बताया कि दो मोटरसाइकिलें उनकी अपनी हैं जिन्हें वे लोग घटना के समय उपयोग करते हैं. आरोपियों ने बताया कि वे लोग तन्हाई थाना क्षेत्र के भर्तीपुर में एक शराब व्यवसायी से डेढ़ लाख की लूट करने के बाद फरार हो गए थे.

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वहीं, पुलिस ने मुख्य आरोपी सिराज अली से इस मामले में गहन पूछताछ की. आरोपी ने बताया कि वह पहले एक पिकअप गाड़ी पर शराब की पेटियां लोड करता था. इसके लिए उसे कई दुकानों को शराब पहुंचाने जाना पड़ता था.

शराब की दुकानों पर आते-जाते जानकारी हो गई कि यहां से कब-कब बैंक में रुपये जमा होने जाता है. इसलिए उसने अपने साथी दिनेश कुमार वर्मा से संपर्क किया और उसको उन रुपये के बारे में बताया. इसके बाद दिनेश ने जौनपुर में अपने एक साथी से यह बात बताई. उसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया.

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