पीलीभीत: जिले में शारदा नदी के कहर से ग्रामीण परेशान हैं. ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही उनकी परेशानी को और बढ़ा रही है. शारदा नदी में बाढ़ के कारण, इसका पानी फसलों सहित कृषि भूमि का कटान करते हुए गांव की तरफ बढ़ रहा है. इतना ही नहीं करोड़ों रुपए की लागत से कराए गए विकास कार्य भी जलमग्न होने की कगार पर पहुंच गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि कटान शुरू होते ही संबंधित अधिकारियों को फोन पर बताया गया लेकिन समय से किसी अधिकारी ने बचाव कार्य शुरू नहीं कराया और हजारों एकड़ भूमि शारदा नदी में समा गयी.
शारदा नदी में बाढ़ का कहर, कई गांवों में लोगों को सता रहा कटान का डर
शारदा नहर के पानी से पिछले कई दिनों से कटान हो रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि नहर विभाग और जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
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इसके साथ ही गांव राणा प्रताप नगर, श्रीनगर, कबीरगंज आदि में रहने वाले लोगों को बाढ़ का खतरा सताने लगा है. वहीं सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि के कटान का भी खतरा मंडराने लगा है. पिछले साल शारदा नदी के भूमि कटान को रोकने के लिए राणा प्रताप नगर और श्रीनगर के भी कटर का निर्माण कराया गया था. इस कटर को भी शारदा नदी के बाढ़ के पानी ने धाराशाही कर दिया. मौके पर पहुंचे शारदा सागर खंड के एसडीओ डी एस खोलिया ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत मिलने के बाद मौके पर टीम को राहत कार्य के लिए लगाया गया है. ग्रामीणों को कटान से बचाने के लिए विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है.