पीलीभीत : टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ने से जहां पीलीभीत देश में अलग पहचान कायम कर रहा है, वहीं पीलीभीत टाइगर रिजर्व में मानव-वन्यजीव संघर्ष और बाघों के आपसी संघर्ष जैसी घटनाएं बढ़ती जा रहीं हैं. सोमवार को पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज में बाघिन का शव मिलने से हड़कंप मच गया. आनन-फानन मौके पर पहुंचे वन अधिकारियों ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
रेंजर ने जंगल के हिस्से से बदबू आने का किया एहसास
मामला पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज का है. यहां गश्त के दौरान रेंजर ने जंगल के एक हिस्से से बदबू आने का एहसास किया. खोजबीन के बाद रेंजर को एक बाघिन मृत अवस्था में मिली. रेंजर रामजी ने तत्काल एसडीओ माला उमेश चंद्रराय को सूचना दी. मौके पर पहुंचे एसडीओ ने देखा कि बाघिन की गर्दन पर किसी टाइगर द्वारा हमला किया गया है. शरीर के और भी हिस्सों पर नाखूनों के निशान साफ दिखाई दे रहे थे. बाघिन के शरीर से बदबू आनी शुरू हो गई थी. मामले की सूचना एसडीओ से मिलते ही डीडी पीटीआर नवीन खंडेलवाल भी मौके पहुंचे. उन्होंने पूरी घटना की बारीकी से जांच शुरू कर दी. पीटीआर के फील्ड डायरेक्टर जावेद अख्तर भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने मौका मुआयना करते हुए पीटीआर के संविदा वेटनरी डॉक्टर दक्ष गंगवार से मृतक बाघिन के शरीर का निरीक्षण करने को कहा. घटनास्थल के पास एक नर बाघ के पगमार्ग भी दिखाई दिए. एफडी जावेद अख्तर ने मृत बाघिन को रेंजर माला राम जी के नेतृत्व में टीम बनाकर पोस्टमार्टम के लिए बरेली आईवीआरआई भेज दिया.