पीलीभीत : जिले के जहानाबाद के इस परिवार की ये चीखें और आंसू आपके कलेजे को चीर देंगी. कैसे थम जाएगा ये रुदन और कैसे थम सकते हैं आंसू...इनके कलेजे के टुकड़े को कुत्तों ने नोच-नोच कर मार डाला. अब सिवाय आंसू बहाने के ये परिवार कर ही क्या सकता है. 12 साल तक जिसे अपने कलेजे से लगाए रखा था, उसे कुत्तों ने नोच डाला था. घर में जिसके होने से खुशियां चहका करती थीं और वो सामने निढाल पड़ी थी. कैसे थम जाए ये आंसू और किससे शिकायत करें. सभी तो हैं यहां...अपने परिवार वाले, पड़ोस वाले...खाकी वाले. बस नहीं है तो वो मासूम जिसने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.
अपने खेत से धनिया लाने गई थी मासूम
पीलीभीत के जहानाबाद की यह घटना दिल दहला देने वाली है. 12 साल की मासूम नेहा अपने खेत से धनिया तोड़ने गई थी. बस यहीं घर से कुछ दूरी पर ही तो खेत था. लेकिन तब उसे क्या पता था कि उतनी ही दूरी पर बेरहम मौत उसका इंतजार कर रही थी. धनिया तोड़कर लौटते समय रास्ते में जंगली कुत्तों ने उस पर हमला बोल दिया. मासूम नेहा कुछ समझ नहीं पाई. करीब आधा दर्जन कुत्तों के बीच वह घिर चुकी थी और फिर देखते ही देखते ही कुत्तों ने उसके जिस्म को नोचना शुरू कर दिया. बेचारी नेहा कुत्तों का सामना नहीं कर सकी और वहीं बेजान होकर गिर पड़ी. पल भर में ही सब कुछ खत्म हो गया. नेहा दुनिया छोड़कर जा चुकी थी.
कुत्तों से लड़ी लेकिन जिंदगी की जंग हार गई