पीलीभीत: जिले में 40 हजार की आबादी वाली एक नगर पंचायत में संदिग्ध बुखार से मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बीते एक महीने में इलाके के 7 लोगों की बुखार से मौत (Suspected fever havoc in Pilibhit) हो चुकी है.
घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे सीएमओ ने इलाके में दूषित पानी पीने का हवाला देकर लोगों पर ही ठीकरा फोड़ दिया. संदिग्ध बुखार से लगातार हो रही मौतों के चलते इलाके के लोग में दहशत है. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि टीम लगातार मौके पर मॉनिटरिंग कर लोगों की जांच कर रही है. उन्हें दवा भी मुहैया कराई जा रही है.
नौगांवा पकड़िया नगर पंचायत निवासी रामभरोसे ने बताया कि करीब 20 दिन पहले उनकी पत्नी को बुखार आया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वहीं, मोहल्ले के ही रहने वाले फूलचंद्र को भी बुखार की शिकायत हुई थी. परिजन जब उन्हें इलाज के लिए ले गए, तो फूलचंद की भी (Suspected fever havoc in Pilibhit) मौत हो गई. इसी इलाके के रहने वाले सुरेंद्र (38) को भी बुखार की आया था.
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इलाके में लगातार हो रही मौतों की दहशत से लोग अभी उबर भी नहीं पाए थे कि 26 अक्टूबर को नौगांवा पकड़िया के रहने वाले किशोर देवांश (15) की पेट में दर्द और बुखार आने से मौत हो गई. वहीं, शनिवार को इस इलाके में रहने वाले योगेंद्र (50) की बुखार और उल्टी आने से अचानक मौत हो गई. नगर पंचायत के एक ही इलाके में करीब 6 लोगों की मौत हो गई. इलाके के लोग बुखार खौफ में जीने को मजबूर है. इसके अलावा अनिकेश और फहराना की भी बरेली के निजी अस्पताल में बुखार के चलते मौत हो गई.
सीएमओ आलोक कुमार ने बताया कि इलाके में जल सप्लाई के लिए अच्छी व्यवस्था नहीं है. यहां के लोग 40 से 50 फीट पर लगे नल से ही पानी का सेवन करते हैं. जिससे लोगों में टाइफाइड की समस्या देखी जा रही है. स्थानीय स्तर पर टीम को लगातार भेजकर मॉनिटरिंग कराई जा रही है. जांच के लिए टाइफाइड और डेंगू के सैंपल भी लिए जा रहे हैं.
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