पीलीभीत: सपा नेता और पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा के शस्त्र लाइसेंस निलंबित करने के बाद समाजवादी पार्टी और जिला प्रशासन के बीच शुरू हुई तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है. शुक्रवार को समाजवादी युवजन सभा के कार्यकर्ता जिलाधिकारी पुलकित खरे का पुतला फूंकने की तैयारी में थे, जिसकी खबर पुलिस प्रशासन को लग गई. आनन-फानन में सपा जिला कार्यालय पहुंची पुलिस ने नाराज कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया.
डीएम पुलकित खरे का पुतला दहन करने की कोशिश. सपा सरकार में बरखेड़ा विधानसभा से विधायक व पूर्व राज्य मंत्री हेमराज वर्मा के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसके बाद पुलिस से मिली बीट सूचना को आधार बनाते हुए जिला प्रशासन ने पूर्व मंत्री के दो सत्र लाइसेंस निलंबित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. जिला प्रशासन ने पूर्व मंत्री को नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है. जिसके बाद गुरुवार को पूर्व मंत्री ने सपा कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डीएम पुलकित खरे पर संगीन आरोप.
गाड़ी में पुतला लेकर कार्यालय पहुंचे कार्यकर्ता
समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष हरीश वर्मा के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता गाड़ी में पुतला लेकर कार्यालय सपा कार्यालय पहुंचे थे. इस दौरान पुलिस प्रशासन को जैसे जिले के सर्वोच्च अधिकारी का पुतला दहन करने की जानकारी मिली तो भारी संख्या में पुलिस बल के साथ सीओ सिटी वीरेंद्र विक्रम सिंह और एसडीएम अविनाश चंद्र मौर्य सपा कार्यालय जा पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया.
पुलिस ने जब्त किया पुतला
इस दौरान समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष हरीश वर्मा की गाड़ी में पड़े पुतले को पुलिस प्रशासन जब्त कर लिया. इस पूरी कार्रवाई के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम अविनाश चंद्र मौर्य को ज्ञापन सौंपकर जिला प्रशासन के कार्रवाई की निंदा की और पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा के शस्त्र लाइसेंसों को बहाल करने की बात कही.
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आंदोलन करने की चेतावनी
हरीश वर्मा ने जिला प्रशासन पर द्वेष भावना के चलते पूर्व राज्य मंत्री के शस्त्र लाइसेंस निलंबित करने का आरोप लगाया है. सपाइयों का कहना है कि उनके लाइसेंस बहाल किए जाएं, अन्यथा सड़कों पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा.