पुलिस का एक रुप यह भी, देवदूत बन बचाई जंगल मे मिली नवजात की जान - पुलिस ने बचाई नवजात की जान
पीलीभीत के गजरौला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली माला रेंज में कटना नदी पुल के पास झाड़ियों में एक नवजात बच्ची के मिलने की सूचना पुलिस को दी गई. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाज के लिए नवजात बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर कौन नवजात मासूम को बीच जंगल में छोड़ गया. फिलहाल मासूम बच्ची स्वस्थ है.
पीलीभीत: जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जंगल के बीचो-बीच राहगीरों ने एक नवजात बच्ची को देखा. इसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाज के लिए नवजात बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. अब पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर कौन नवजात मासूम को बीच जंगल में छोड़ गया.
गजरौला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली माला रेंज में कटना नदी पुल के पास झाड़ियों में एक नवजात बच्ची के मिलने की सूचना रामकिशोर महातिया पुत्र नोखेलाल निवासी देवीपुरा द्वारा पुलिस को दी गई. सूचना मिलने के बाद तत्काल प्रभाव से गजरौला थाने में तैनात दरोगा धर्मेंद्र सिंह महिला कॉन्स्टेबल और पुरुष कांस्टेबल को लेकर मौके पर पहुँचे. जहां लावारिस अवस्था में जंगल के बीचो-बीच झाड़ियों में पड़ी नवजात बच्ची को कब्जे में लेकर इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया.
बोले डॉक्टर
नवजात मासूम के बारे में जानकारी देते हुए जिला अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि मासूम की उम्र एक या दो दिन है, फिलहाल मासूम बच्ची स्वस्थ है. वहीं, जहां निर्दयी मां अपने नवजात मासूम बच्ची को बीच जंगल मे लावारिस छोड़ गई तो दूसरी ओर मासूम को गोद लेने के लिए जिले के कई लोग अधिकारियों से संपर्क साध रहे हैं.
चाइल्डलाइन को दी गई मामले की सूचना
लावारिस अवस्था में मिली नवजात बच्ची की सूचना सीडब्ल्यूसी व चाइल्डलाइन को दी गई है. जिसके बाद नवजात बच्ची की देखरेख के लिए चाइल्डलाइन की टीम के सदस्य भी मौके पर पहुंचे हैं. मामले पर जानकारी देते हुए चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक निर्वान सिंह ने बताया है कि मासूम बच्ची का इलाज जिला अस्पताल में पुलिस टीम और चाइल्डलाइन की टीम की देखरेख में चल रहा है.