पीलीभीतः अपनी कार्यशैली को लेकर विवादों में रहने वाली पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है. पीलीभीत के सुनगढ़ी थाना पुलिस ने शिकायत लेकर पहुंची एक महिला को ही हवालात में डाल दिया. महिला के रिश्तेदारों ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने थाने का गेट बंद कर दिया, जिसके बाद थाने के गेट पर घंटों हंगामा होता रहा. इस दौरान घटन की कवरेज कर पहुंचे एक पत्रकार का मोबाइल भी पुलिस ने छीन लिया.
दरअसल, बरेली जिले के थाना बारादरी क्षेत्र के मॉडल टाउन निवासी सोनू अरोरा की 30 वर्षीय भतीजी तान्या की शादी 2010 में सुनगढ़ी थाना क्षेत्र के मोहल्ला नखासा गौड़ी निवासी जसवीर से हुई थी. मायके पक्ष को 28 जून को तान्या की ससुराल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना मिली. सूचना मिलने पर परिवार वाले ससुराल पहुंचे और फिर पुलिस से शिकायत की थी.
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शिकायत के आधार पर सुनगढ़ी पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोटों से महिला की मौत होने की बात स्पष्ट हुई, इस दौरान पुलिस ने मृतक महिला के पति को हिरासत में ले लिया. आरोप है कि पुलिस ने सांठगांठ कर मृतका के पति को थाने से ही छोड़ दिया. जानकारी होने पर गुरुवार देर शाम मायके पक्ष के लोग सुनगढ़ी थाने पहुंचे तो पुलिस ने उल्टा उन्हीं लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस ने महिला समेत कई लोगों को हिरासत में ले लिया. इस दौरान घटना की कवरेज करने पहुंचे पत्रकार का मोबाइल भी पुलिस ने छीन लिया.
इस दौरान कुछ सदस्य छूटकर थाने के बाहर निकल गए थे तो उन्होंने परिचितों को इकट्ठा किया. इसके बाद सभी एकजुट होकर सुनगढ़ी थाना पहुंच गए. वहां खुद को फंसता देख पुलिस ने बाकी लोगों को छोड़ दिया और आरोपी पक्ष पर फिर से एफआईआर दर्ज की. सीओ सीटी वीरेंद्र विक्रम ने बताया कि पीड़ित परिवार से मिली तहरीर पर मृतका के पति जसवीर सिंह, सास और एक अन्य पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. पुलिस पर लगे आरोप गलत हैं. अगर पीड़ित शिकायत करता है तो उसकी भी जांच कराई जाएगी.