पीलीभीत:पराली प्रबंधन को लेकर जनपद पीलीभीत प्रदेश का पहला स्थान प्राप्त हुआ है. पराली अवशेष के उचित प्रबंधन के लिए चलाए गए सघन जन जागरूक अभियान और किए गए अन्य कार्यों के चलते जिले में इस वर्ष मात्र 38 घटनाए सामने आई, जिसका तत्काल प्रभाव से निस्तारित किया गया.
38 घटनाएं आई सामने
फसल अवशेष पराली को जलाने को लेकर पिछले वर्ष जनपद पीलीभीत में 368 मामले सामने आए थे, जिसमें कई किसानों पर मुकदमे दर्ज किए गए थे. इस वर्ष जन जागरूक अभियान चलाने के बाद जनपद पीलीभीत में मात्र 38 घटनाएं सामने आई, जिससे पीलीभीत को पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है.
पिछले वर्ष पीलीभीत में पराली जलाने के 368 मामले सामने आए थे पूरी टीम को किया जाएगा सम्मानित पराली प्रबंधन समिति के द्वारा किए गए जन जागरूकता अभियान के तहत पूरे जनपद में मात्र 38 घटनाएं सामने आई, जिसको तत्काल प्रभाव से निस्तारित कर दिया गया. पराली प्रबंधन समिति को किसान दिवस के अवसर पर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सम्मानित किया जाएगा.
ढाई हजार कैप्सूल कराए गए उपलब्ध
कृषि निदेशालय लखनऊ की ओर से जनपद को 5 हजार डी कंपोजर और ढाई हजार पूसा कैप्सूल उपलब्ध कराए गए, जिससे घोल बनाकर समस्त ग्राम पंचायतों में उनकी उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई, जिसके साथ सीटू कृषि यंत्रों के माध्यम से कृषकों को धान कुटाई के तुरंत बाद खेत जोतने के बारे में प्रेरित भी किया गया.
सूचना विभाग ने की पुष्टि
पीलीभीत के सूचना विभाग ने जनपद पीलीभीत को पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त होने की सूचना दी, जिसके बाद से कलेक्ट्रेट परिसर में एक खुशी की लहर दौड़ उठी है.