पीलीभीत : बदलते मौसम के चलते मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन इलाज के लिए जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं का खासा अभाव है. गंभीर हालत में आए मरीजों को वेंटिलेटर के अभाव के चलते बरेली या लखनऊ रेफर कर दिया जाता है. ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर बरती जा रही उदासीनता मरीजों के लिए परेशानी की सबब बनती जा रही है.
पीलीभीत : जिला अस्पताल को है स्वास्थ्य सेवाओं की दरकार, मरीज परेशान
पीलीभीत जिला अस्पताल में मात्र एक ही वेंटिलेटर है, जिसके चलते गंभीर हालत में आए मरीजों को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया जाता है. इसके अलावा अस्पताल में कोई कार्डियोलोजिस्ट न होने से आईसीयू की सुविधाएं भी बंद हैं.
जिला अस्पताल डॉक्टरों की कमी से भी जूझ रहा है. यहां पर 27 डॉक्टरों में मात्र 17 डॉक्टर ही तैनात हैं. सीधे तौर पर 10 डॉक्टरों की कमी भी मरीजों को रेफर करने का एक बड़ा कारण है. इसके अलावा अस्पताल में कोई कॉर्डियोलोजिस्ट नहीं है, जिससे आईसीयू की सुविधाएं भी बंद हैं.
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक रत्न पाल सुमन कहना है कि अस्पताल में एक ही वेंटिलेटर है, जिसको ऑपरेशन थियेटर में रखा गया है. जब ऑपरेशन के दौरान किसी मरीज की हालत सीरियस होती है तो उसका इलाज तुरंत वेंटिलेटर पर किया जाता है.