पीलीभीत: जनपद में सहकारी क्रय-विक्रय समिति के चुनाव के दौरान हुई मारपीट का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. इंस्पेक्टर पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए पूर्व बीजेपी विधायक ने राज्यपाल को पत्र भेजा है. पूर्व विधायक ने बीसलपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक को बर्खास्त करने की मांग की है.
बीसलपुर विधानसभा से विधायक विवेक वर्मा के पिता और भाजपा सरकार में ही पूर्व विधायक रहे रामसरन वर्मा ने शनिवार को बीसलपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए 8 व 12 अप्रैल को सहकारी क्रय-विक्रय समिति परिसर में चुनाव के दौरान हुई हिंसक घटनाओं का हवाला देकर बीसलपुर थाना अध्यक्ष पर तमाम गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने बताया कि दोनों ही घटनाओं के पीछे बीसलपुर थाना प्रभारी प्रवीण मलिक जिम्मेदार है. इसलिए दोनों ही घटनाओं का संज्ञान लेकर बीसलपुर थाना अध्यक्ष प्रवीण कुमार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राज्यपाल को पत्र भेजा है. इसके साथ ही घटनाओं में मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग भी रखी है.
उठाया छुट्टा पशुओं का मामला:पूर्व विधायक ने बताया कि राज्यपाल को भेजे गए पत्र में छुट्टा पशुओं को संरक्षित किए जाने की समुचित व्यवस्था करने की मांग की. इसके साथ ही भ्रष्ट एवं शोषण में लिप्त छोटा अधिकारियों को दंडित कर प्रतिबंधित किए जाने की भी मांग की है. पूर्व विधायक ने कहा कि अगर 1 मई तक उनके मांग पत्र पर सुनवाई नहीं होती और उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो वह धरना और आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
पूर्व भाजपा विधायक ने राज्यपाल को लिखा पत्र, बीसलपुर थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की
पीलीभीत में पूर्व विधायक रामसरन वर्मा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने सहकारी क्रय-विक्रय समिति के चुनाव के दौरान हुई मारपीट में एक थाना प्रभारी को जिम्मेदार मानते हुए बर्खास्त करने की मांग की है. मांगें पूरी न होने पर धरना प्रदर्शन की बात कही है.
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बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है कि अपनी ही सरकार की नीतियों पर सवालिया निशान खड़े करते हुए रामसरन वर्मा ने आवाज उठाई हो. इससे पहले भी आवारा पशुओं को पकड़ने के मामले में विधायक रहते हुए धरना प्रदर्शन कर चुके हैं.
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