उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में कर्नाटक से आएंगे हाथी, जानें कहां अटकी है फाइल

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत का टाइगर रिजर्व जल्द ही कर्नाटक के हाथियों से गुलजार होगा. कर्नाटक से पांच हाथियों को लाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है. इन हाथियों को पिछले साल ही लाया जाना था, मगर कोरोना महामारी के चलते यह संभव नहीं हो सका था.

By

Published : Mar 18, 2021, 5:06 AM IST

कर्नाटक के हाथी.
कर्नाटक के हाथी.

पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत का टाइगर रिजर्व जल्द ही कर्नाटक के हाथियों से गुलजार होगा. कर्नाटक से पांच हाथियों को लाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है. इन हाथियों को पिछले साल ही लाया जाना था, मगर कोरोना महामारी के चलते यह संभव नहीं हो सका था. वन अधिकारियों ने एक बार फिर उच्च अधिकारियों से संपर्क साधा है. उनके मुताबिक जल्द ही हाथी मंगा लिए जाएंगे. इन हाथियों के आने से रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बाघों पर काबू पाना आसान हो जाएगा. साथ ही बीहड़ जंगल में कॉबिंग में भी मदद मिलेगी.

यह भी पढ़ेंःयूपी के इस जिले में है अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य, सैलानियों के लिए विशेष इंतजाम

सात साल पहले बना था टाइगर रिजर्व

पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित हुए सात साल हो चुके हैं. इसके बाद भी यहां संसाधनों की खासी कमी देखी जा रही है. हाल ही में 54 लाख रुपये की लागत से रेस्क्यू ऑपरेशन में काम आने वाले संसाधन मंगाए गए हैं. इसके बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन और जंगल में कॉबिंग के दौरान उपयोग में लाए जाने वाले संसाधनों की कमी बनी हुई है.

यह भी पढ़ेंःनेपाल पुलिस की फायरिंग में पीलीभीत के युवक की मौत


दुधवा टाइगर रिजर्व से आते है हाथी
पीटीआर में बाघों की बढ़ रही है. इस कारण अक्सर बाघ जंगल के क्षेत्र से बाहर निकल आते हैं. इन बाघों को काबू में करने के लिए पीटीआर को दुधवा टाइगर रिजर्व से प्रशिक्षित हाथियों को बुलाना पड़ता है.

कोरोना की वजह से नहीं आए हाथी
कुछ साल पूर्व पीटीआर के अधिकारियों ने कर्नाटक से हाथियों को मंगवाने का निर्णय लिया था. इसके लिए कर्नाटक सरकार के पास 12 हाथी देने का प्रस्ताव भेजा गया था. लंबी प्रक्रिया से गुजरने के बाद कर्नाटक सरकार ने पीटीआर को पांच हाथी देने पर सहमति जता दी थी. कर्नाटक सरकार से मिली अनुमति को उच्च अधिकारियों के माध्यम से प्रदेश सरकार के पास भेजा गया था. प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेेज दिया गया. वहां से गत वर्ष इसकी मंजूरी मिल गई थी. वन अधिकारियों ने पिछले वर्ष कर्नाटक से हाथियों को मंगाने की तैयारी शुरू कर दी थी. इसी दौरान कोराना महामारी फैलना शुरू हो गई. इस वजह से हाथियों को लाने की तैयारियां ठंडे बस्ते में चली गईं. अब पीटीआर प्रशासन ने कर्नाटक से हाथियों को मंगाने की कवायद शुरू कर दी है

यह भी पढ़ेंःपीलीभीत की बांसुरी को मिला ग्लोबल मार्केट, विदेशों में होगी निर्यात

फिर शुरू हुई कवायद

पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक और अन्य उच्च अधिकारियों से पत्राचार के माध्यम से संपर्क साधा है. उनके मुताबिक जल्द ही पांच हाथियों को कनार्टक से मंगाया जाएगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details