पीलीभीत: जनपद में बीजेपी विधायक और जिलाधिकारी के बीच हुई तकरार रुकने का नाम नहीं ले रही है. अपने आवास पर हुई कार्रवाई के पश्चात बौखलाए बीजेपी विधायक जिलाधिकारी पर लगातार हमलावर हैं. विधायक ने डीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि लाखों के खनन की फाइल को एक ही दिन में पूरा कर खनन माफियाओं को दे दी गई. डीएम ने विधायक के इन आरोपों को गलत बताया है. उनका कहना है कि सभी जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही खनन की अनुमति दी गई.
डूडा के कार्यों में धांधली पर डीएम ने की थी कार्रवाई
बता दें कि 20 जनवरी के दिन पहले जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव विकास कार्यों का जायजा लेने के लिए बीसलपुर गए हुए थे. उस दौरान जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बीजेपी विधायक रामसरन वर्मा के आवास के पास चल रहे डूडा के कार्यों में धांधली देखी, जिसके बाद बड़े पैमाने पर धांधली मिलने पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने काम कर रही फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया. यह फर्म रामसरन वर्मा के बेहद ही करीबी रामनरेश वर्मा की है.
विधायक ने पत्र लिख सीएम से की शिकायत
डीएम को बीते कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि बीजेपी विधायक ने कामधेनु योजना के तहत डेयरी बनवाने के बजाय बारात घर का निर्माण कराया है. जब डीएम निरीक्षण करने पहुंचे तो यह शिकायत सही पाई गई. डीएम के निरीक्षण को लेकर बौखलाए विधायक ने डीएम पर कई आरोप लगाए. विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र के जरिए जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव की भी शिकायत की.